लिवर ट्रांसप्लांट के बाद  दिनचर्या में बदलाव: डॉ. अजिताभ श्रीवास्तव की महत्वपूर्ण सलाह

Vinod Kumar
4 Min Read
लिवर ट्रांसप्लांट के बाद  दिनचर्या में बदलाव: डॉ. अजिताभ श्रीवास्तव की महत्वपूर्ण सलाह

आगरा। लिवर ट्रांसप्लांट एक जटिल और जीवन रक्षक प्रक्रिया है, जिसे सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद मरीज को अपनी दिनचर्या में कई महत्वपूर्ण बदलाव करने की आवश्यकता होती है। यह न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक और भावनात्मक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण होता है। मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज के एचपीबी सर्जरी और लिवर ट्रांसप्लांट विभाग के निदेशक डॉ. अजिताभ श्रीवास्तव के अनुसार, लिवर ट्रांसप्लांट के बाद मरीज की देखभाल और रिकवरी के दौरान कई पहलुओं पर ध्यान देना आवश्यक होता है, ताकि उनके स्वास्थ्य की स्थिति स्थिर और लंबी अवधि तक अच्छी बनी रहे।

लिवर ट्रांसप्लांट के बाद शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार

डॉ. अजिताभ श्रीवास्तव

डॉ. अजिताभ श्रीवास्तव ने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को ठीक होने के लिए समय देना जरूरी होता है। ट्रांसप्लांट के तुरंत बाद मरीज को अस्पताल में कुछ दिन या सप्ताह तक भर्ती रहना पड़ सकता है, जहाँ डॉक्टर संक्रमण से बचाव, दर्द प्रबंधन और नए लिवर की कार्यप्रणाली पर निगरानी रखते हैं। इसके बाद, मरीज को नियमित रूप से इम्यूनोसप्रेसेंट्स दवाइयाँ लेनी होती हैं, ताकि उनका लिवर रिजेक्ट न हो। इन दवाइयों का सही समय पर सेवन और नियमित फॉलो-अप ट्रांसप्लांट की सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं।

See also  एटा : अवैध सिंगल बैरल बंदूक के साथ एक गिरफ्तार

संतुलित आहार और सही पोषण की अहमियत

लिवर ट्रांसप्लांट के बाद संतुलित आहार अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि सही पोषण से लिवर की कार्यप्रणाली को बेहतर किया जा सकता है। मरीजों को प्रोटीन युक्त आहार जैसे दुबला मांस, मछली, और दालों का सेवन करना चाहिए। साथ ही, जटिल कार्बोहाइड्रेट जैसे साबुत अनाज और ताजे फल-सब्जियाँ भी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। एक संतुलित आहार से रिकवरी में मदद मिलती है और दीर्घकालिक स्वास्थ्य सुनिश्चित होता है।

शारीरिक गतिविधियों का महत्व

लिवर ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को अपनी शारीरिक गतिविधियाँ धीरे-धीरे शुरू करनी चाहिए। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि शरीर को नए सिरे से ऊर्जा प्राप्त करने के लिए समय चाहिए, इसलिए हल्की शारीरिक गतिविधियाँ जैसे टहलना, स्ट्रेचिंग और आसान व्यायाम से शुरुआत करना बेहतर होता है। समय के साथ, व्यायाम की तीव्रता को बढ़ाया जा सकता है, लेकिन यह डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है। नियमित शारीरिक गतिविधि से न केवल हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि यह वजन नियंत्रण और मानसिक स्वास्थ्य में भी मदद करता है।

See also  अभेदोंपुरा गांव में पसरा मातम, सड़क हादसे में ग्राम प्रधानपति के भतीजे की दर्दनाक मौत

मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का ख्याल रखना

लिवर ट्रांसप्लांट के बाद मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है। डॉ. अजिताभ श्रीवास्तव ने बताया कि इस प्रक्रिया से मरीज को मानसिक और भावनात्मक दृष्टिकोण से कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। तनाव, चिंता और अवसाद जैसी भावनाएँ सामान्य होती हैं। इस स्थिति में, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सहायता लेना बेहद फायदेमंद हो सकता है। साथ ही, एक सहायक समूह में शामिल होने से मानसिक और भावनात्मक संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। परिवार और दोस्तों का समर्थन भी इस दौरान बहुत महत्वपूर्ण होता है, जिससे मरीज को भावनात्मक सहारा मिलता है और उनका मनोबल बना रहता है।

See also  आगरा में AAP का प्रदर्शन, सिपाही के उत्पीड़न और हत्या मामले में न्याय की मांग

लिवर ट्रांसप्लांट के बाद एक मरीज को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक तीनों पहलुओं पर ध्यान देने की जरूरत होती है। सही आहार, नियमित दवाइयाँ, शारीरिक गतिविधि, और मानसिक सहारा से मरीज का स्वास्थ्य लंबे समय तक अच्छा बना रह सकता है। डॉ. अजिताभ श्रीवास्तव की सलाह का पालन करने से मरीजों को रिकवरी में मदद मिलती है और वे अपनी सामान्य दिनचर्या में जल्द लौट सकते हैं।

See also  बेसिक के बच्चे सीखेंगे कोडिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
Share This Article
Leave a comment