आगरा। जनपद के खेरागढ़ कस्बा में स्वास्थ्य विभाग के कथित संरक्षण में फर्जी अंशुल पैथोलॉजी पर कार्रवाई करने के बजाय उसको लगातार अभयदान दिया जा रहा है।
बताया जाता है कि सीएमओ कार्यालय में अंशुल पैथोलॉजी के खिलाफ दर्ज हुई शिकायत में बेहद ही गंभीर आरोप हैं। स्वास्थ्य विभाग में बिना पंजीकरण और बिना किसी विभाग की एनओसी के पैथोलॉजी को वर्षों से संचालित किया जा रहा है। झोलाछाप चिकित्सकों और अनाधिकृत पैथोलॉजी लैब के खिलाफ कार्रवाई का जिम्मा स्थानीय स्तर पर सीएचसी अधीक्षक पर होता है। खेरागढ़ में इसके विपरीत हुआ। सीएचसी अधीक्षक द्वारा फर्जी पैथोलॉजी के खिलाफ कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा गया। इस मामले में अग्र भारत संवाददाता द्वारा सीएचसी अधीक्षक खेरागढ़ से वार्ता करने पर उनका जवाब बेहद ही निराशाजनक मिला। उन्होंने साफ कह दिया कि मौके पर टीम भेजकर जांच कराई जाएगी। उसके बाद ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि सीएचसी अधीक्षक के अधीन क्षेत्र में फर्जी पैथोलॉजी लैब का संचालन वर्षों से हो रहा था, इसके बाद भी सीएचसी अधीक्षक जांच करने का बहाना बनाते रहे। शिकायतकर्ता रामवीर का कहना है कि विभागीय अधिकारियों द्वारा फर्जी पैथोलॉजी पर कार्रवाई के नाम पर बहानेबाजी की जा रही है।यह देखना बाकी है कि सीएचसी अधीक्षक जांच के बाद क्या कार्रवाई करते हैं।
स्वास्थ्य विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है, यह भी देखना होगा।
फर्जी अंशुल पैथोलॉजी लैब के खिलाफ कार्रवाई से बचते दिखे सीएचसी अधीक्षक

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