उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधानसभा में शायराना अंदाज में विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता आग लगाकर बहारों की बात करते हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता तैयारी के बिना सदन में आते हैं और अनुपूरक बजट के बारे में जानकारी नहीं रखते हैं.
सीएम योगी ने कहा, ‘मुझे अफसोस हो रहा था कि नेता विरोधी दल आजकल लीक से हट कर बोलने के आदी हो गए हैं. यही बीमारी बिहार में देखने को मिल रही है.’
उन्होंने कहा, ‘बड़ा हसीन है उनकी जबान का जादू, लगा के आग बहारों की बात करते हैं, जिन्होंने रात में लाखों बस्तियां लूटी, वही नसीब की बात करते हैं.’
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में बजट का आकार बढ़ा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश का राजकोषीय प्रबंधन बेहतरीन ढंग से हो रहा है. आज प्रदेश रेवेन्यू सरप्लस स्टेट है.
अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘नेता प्रतिपक्ष के आंकड़े वास्तविक नहीं थे. अच्छा होमवर्क नहीं कर पाए. उनके पास समय ही नहीं होता’.
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में बैंको के माध्यम से ऋण वितरित किए गए. उन्होंने कहा कि आज 5 किमी के क्षेत्र मे बैंकिंग ब्रांच या बैंकिंग सखी के माध्यम से कार्य हो रहे है.
सीएम योगी ने कहा, ‘आज प्रदेश जीएसटी रजिस्ट्रेशन में, इथेनोल प्रोडक्शन में नंबर एक है. नेता प्रतिपक्ष हर कार्य को समाजवादियों की बताने से नहीं चूकते. इनके कारनामे सब जानते हैं. जून 2016 में इनकी कैबिनेट में गोमती रिवर फ्रंट का रिवाइज़ एस्टीमेट 1513 करोड़ का हुआ. 1437 करोड़ खर्च होने के बाद भी कार्य अधूरा ही रह गया. इसकी जांच हो रही है.
सीएम योगी ने कहा कि 2017 के बाद ये जीरो टोलरेन्स की सरकार है जो हम सुरक्षा दे रहे है. एनसीआरबी के आंकड़ों में महिला संबंधी अपराध में सजा दिलाने वाला पहला राज्य है.
माफिया की सम्पत्ति को ध्वस्त और जब्त किया गया. प्रदेश के 66 सूची बद्ध माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई. प्रत्येक जनपद में एक महिला थाना और महिला प्रभारी की नियुक्ति की गई है. प्रदेश में तीन पीएसी महिला बटालियन की स्थापना पहली बार हुई. हमारे सामने साइबर क्राइम एक चैलेन्ज है. 2017 के पहले इस संबंध मे सरकार की कोई जागरुकता नहीं थी, न ही कोई पॉलिसी थी.
सीएम योगी के इस भाषण से विपक्ष की नाराजगी बढ़ गई है. विपक्ष का कहना है कि सीएम योगी ने शायराना अंदाज में विपक्ष पर निशाना साधा है. विपक्ष का कहना है कि सीएम योगी के पास काम करने के बजाय सिर्फ विपक्ष पर निशाना साधने का समय है.