शिकायत पर नहीं हुई कार्रवाई, उल्टा बुलडोजर चला शिकायतकर्ता के घर
कॉलोनीवासियों में आक्रोश, कहा– रास्ता अतिक्रमण मुक्त कराए बिना चैन नहीं
आगरा। नगर निगम आगरा की कार्यशैली पर सवाल खड़े करने वाला एक बड़ा मामला अर्जुन नगर के लक्ष्मण नगर इलाके में सामने आया है। यहाँ सत्ता संरक्षण प्राप्त अतिक्रमणकर्ता को बचाने के लिए नगर निगम ने न केवल कार्रवाई से परहेज किया, बल्कि कॉलोनी के आम रास्ते पर नाला निर्माण कर रास्ते को ही संकरा कर दिया। इससे स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और वे आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।
सत्ता संरक्षित अतिक्रमण
जानकारी के अनुसार, अर्जुन नगर स्थित कोहली नर्सिंग होम से लक्ष्मण नगर जाने वाले आम रास्ते पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया। नगर निगम ने पहले इस अतिक्रमण को अवैध मानते हुए चिन्हांकन भी किया था, लेकिन कार्रवाई करने के बजाय निगम ने नाले का रुख ही मोड़ दिया। कॉलोनीवासियों का आरोप है कि यह सब अतिक्रमणकर्ता की ऊँची पहुँच और सत्ता से संरक्षण के चलते हुआ।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आम रास्ते के चार फुट से अधिक हिस्से को अतिक्रमणकारी के फायदे के लिए नाले में शामिल कर दिया गया है। इससे रास्ता बहुत संकरा हो गया है और कॉलोनी में आने-जाने वालों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार यहाँ हादसे भी हो चुके हैं।
शिकायत पर उल्टा बुलडोजर
मामले को लेकर जब क्षेत्रीय लोगों ने नगर निगम अधिकारियों और प्रशासन से शिकायत की तो निगम की अतिक्रमण विरोधी टीम मौके पर पहुँची। लेकिन अतिक्रमण हटाने की बजाय अधिकारियों ने हैरान कर देने वाला कदम उठाते हुए शिकायतकर्ता के ही घर को अवैध घोषित कर उस पर बुलडोजर चला दिया।
इस कार्रवाई ने कॉलोनीवासियों को और अधिक आक्रोशित कर दिया। लोगों का कहना है कि निगम ने जानबूझकर पीड़ितों की आवाज दबाने का प्रयास किया है। दरअसल, जिस व्यक्ति ने कॉलोनी के रास्ते को घेरकर अतिक्रमण किया है, वह आगरा के एक माननीय का रिश्तेदार बताया जा रहा है और इसी वजह से प्रशासन और निगम दोनों उसके खिलाफ कार्रवाई करने से बच रहे हैं।
कॉलोनीवासियों में आक्रोश
कॉलोनीवासियों का कहना है कि सत्ता संरक्षण प्राप्त अतिक्रमणकारी के सामने आम जनता की शिकायतें दबाई जा रही हैं। निगम अधिकारियों की मिलीभगत से आम रास्ता कब्ज़ा होने के बाद अब कॉलोनी में वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया है। कई परिवारों को रोजमर्रा की भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
निवासियों ने साफ कहा है कि वे नगर निगम की इस दमनकारी कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं। उनकी लड़ाई कॉलोनी के रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए है और जब तक रास्ता साफ नहीं होगा, वे आंदोलन जारी रखेंगे।
सवालों के घेरे में निगम
यह पूरा मामला नगर निगम की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। एक ओर निगम आम नागरिकों के छोटे-छोटे निर्माण को अवैध बताकर बुलडोजर चला देता है, वहीं सत्ता संरक्षित अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई करने से कतराता है। स्थानीय लोग इस दोहरी नीति से नाराज़ हैं और उच्च प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।