झांसी, उत्तर प्रदेश, सुल्तान आब्दी: झांसी के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के हंसारी मोहल्ले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला और उनके पति को मकान निर्माण कार्य के दौरान पड़ोसी दबंगों द्वारा मारपीट और तोड़फोड़ का शिकार होना पड़ा। पीड़ित परिवार ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर अब न्याय की गुहार लगाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) का दरवाजा खटखटाया है। इस घटना ने क्षेत्र में दबंगों के बढ़ते हौसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
हंसारी की रहने वाली रजनी रायकवार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि वे अपने मकान में निर्माण कार्य करवा रही थीं। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले कुछ दबंग व्यक्ति अचानक उनके निर्माणाधीन मकान में घुस आए और तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया।
रजनी रायकवार के अनुसार, जब उन्होंने और उनके पति ने दबंगों को ऐसा करने से रोका, तो उन दबंगों ने उनके साथ और उनके पति के साथ बेरहमी से मारपीट की। इस घटना से रायकवार परिवार सदमे में है और उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता सता रही है।
प्रेमनगर थाने में नहीं हुई सुनवाई, SSP से मांगी मदद
पीड़ित रजनी रायकवार ने बताया कि इस घटना के तुरंत बाद उन्होंने प्रेमनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी और पुलिस से दबंगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। हालांकि, कई दिन बीत जाने के बाद भी प्रेमनगर पुलिस द्वारा इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस की निष्क्रियता से निराश होकर, पीड़ित परिवार ने अब उच्चाधिकारियों का रुख किया है।
पीड़ित परिवार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर दबंगों के खिलाफ तत्काल और कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक इन दबंगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तब तक वे अपने घर में शांतिपूर्वक निर्माण कार्य नहीं करवा पाएंगे और न ही सुरक्षित महसूस कर पाएंगे।
बढ़ते दबंगई के मामले और पुलिस की भूमिका
झांसी में इस तरह की दबंगई के मामले अक्सर सामने आते रहे हैं, जहाँ छोटे-मोटे विवाद संपत्ति या व्यक्तिगत रंजिश में बदल जाते हैं और दबंग लोग कानून को अपने हाथ में लेने से नहीं हिचकते। यह घटना एक बार फिर स्थानीय पुलिस की जवाबदेही और ऐसे मामलों में उनकी त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की गई इस शिकायत के बाद उम्मीद है कि इस मामले में गंभीरता से संज्ञान लिया जाएगा और दबंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और आम नागरिकों को न्याय मिल सके। पुलिस प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी नागरिक को अपने ही घर में सुरक्षित महसूस करने के लिए संघर्ष न करना पड़े।