Up news किरावली। तहसील मुख्यालय पर आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में एक बार फिर अफसरों की कार्यशैली सवालों के घेरे में रही। एडीएम प्रशासन आजाद भगत सिंह की अध्यक्षता में आयोजित समाधान दिवस में कुल 100 शिकायतें दर्ज हुईं, लेकिन मौके पर मात्र आठ शिकायतों का ही निस्तारण हो सका।
कार्यक्रम में एसडीएम नीलम तिवारी, एसीपी गौरव सिंह, तहसीलदार दीपांकर सिंह, नायब तहसीलदार अनिल कुमार चौधरी व राजपाल सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। फरियादियों की समस्याओं को सुना गया और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे मौके पर जाकर त्वरित निस्तारण कर आख्या प्रस्तुत करें।समाधान दिवस में राजस्व विभाग से जुड़ी शिकायतें सर्वाधिक रहीं, जिससे ग्रामीणों की भूमि संबंधी समस्याओं की गंभीरता उजागर हुई। खंड विकास अधिकारी फतेहपुर सीकरी व अकोला वीरेंद्र सिंह, एसडीओ पंचायत चौधरी दीवान सिंह, मण्डी समिति सचिव संजय पचहेरा, खंड विकास अधिकारी अरुण कुमार, समाज कल्याण विभाग के एडीओ मनीष चौधरी समेत कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
जमीनी हकीकत:
शिकायतों की संख्या बढ़ने और निस्तारण की दर घटने से यह साफ हो गया है कि अफसर समाधान दिवस को सिर्फ औपचारिकता मान रहे हैं। मौके पर निस्तारण की कम दर जनता की उम्मीदों को ठेस पहुंचा रही है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों की समीक्षा और उनके गुणवत्तापूर्ण निस्तारण की निगरानी उच्च स्तर से होनी चाहिए।