अलीगंज,एटा- तहसील अलीगंज के कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है। यहां पर खतौनी विभाग में तैनात कम्प्यूटर ऑपरेटर बिना सुविधा शुल्क के काम नहीं कर रहे है। यहां पर कम्प्यूटर ऑपरेटर वर्षों से कम्प्यूटर खतौनी में अमल दरामद के आदेश दर्ज नहीं कर रहे है, जबकि नामांतरण वही में आदेश दर्ज है। परिणामस्वरूप अधिवक्ता और फरियादी कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हो रहे है। कभी-कभी तो कम्प्यूटर ऑपरेटर से फरियादियों को अभद्रता का भी शिकार होना पड रहा है।
तहसील अलीगंज के कार्यालयों में देखा जाए तो भ्रष्टाचार को रिश्वतखोरी के कारण कई बार अधिवक्ताओं द्वारा आन्दोलन किए जा चुके हैं। इसके बाद प्रशासन द्वारा कई संविदा और प्राईवेट कर्मचारियों के विरूद्व कार्यवाही की जा चुकी है, लेकिन कार्यवाही के कुछ समय बाद से ही हालात पहले जैसे हो जाते है। वर्तमान में देखा जाए तो तहसील की खतौनी विभाग में तैनात कम्प्यूटर ऑपरेटर मनमानी और भ्रष्टाचार में आंकठ डूबे हुए है। खतौनी में नाम दर्ज कराने के लिए यदि कोई अधिवक्ता या फरियादी जाता है तो उससे धन की मांग की जाती है और न देने पर आदेश फाइलों में ही दबे रहते हैं और कोई कार्य नहीं होता है। इस समस्या को लेकर अधिवक्ताओं द्वारा अधिकारियों को अवगत भी कराया जा चुका है, लेकिन समस्या जस की तस है।
खतौनी में अमल दरामद न होने के कारण लोगों को कई सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान में सरकार द्वारा फार्मर रजिस्ट्री का कार्य जोर-शोर से किया जा रहा है, लेकिन कम्प्यूटर ऑपरेटर सतेन्द्र सिंह यादव की कार्यप्रणाली के चलते फरियादी परेशान हैं और सरकारी योजनाओं का पलीता लगाया जा रहा है।
वरिष्ठ अधिवक्ता रामकृष्ण चतुर्वेदी व अन्य अधिवक्ताओं ने बताया कि कई फरियादियों की कम्प्यूटर खतौनी में नाम दर्ज नहीं किए जा रहे है। जब भी कम्प्यूटर ऑपरेटर से कार्य के सम्बन्ध में बात की गई तो कम्प्यूटर ऑपरेटर न तो कार्य कर रहा है और नही बात करता है।
इस सम्बन्ध में बार एसोसियेशन के अध्यक्ष शेष कुमार तिवारी एवं सचिव प्रमोद कुमार सक्सेना का कहना है कि उनके पास कई अधिवक्ताओं ने शिकायत की है कि नामांतरण वही में दर्ज आदेश कम्प्यूटर खतौनी में दर्ज नहीं किए जा रहे हैं तथा ऑपरेटर द्वारा भ्रष्टाचार तथा कार्य नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही उच्चाधिकारियों से मिलकर समस्या का समाधान करवाया जाएगा।
तहसीलदार नीरज वार्ष्णेय का कहना है कि शिकायत प्राप्त होती है तथा भ्रष्टाचार और लापरवाही पाई जाती हैं तो ही कम्प्यूटर ऑपरेटर को पद से हटाया जाएगा।
कम्प्यूटर खतौनी में दर्ज नहीं हो रहे हैं अमल दरामद के आदेश, सुविधा शुल्क के अभाव में कम्प्यूटर ऑपरेटर नहीं कर रहे है कार्य, उच्चाधिकारियों से मिलेगें बार एसोसियेशन के पदाधिकारी
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