झांसी, सुल्तान आब्दी: पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम लोगों ने झांसी रेलवे स्टेशन के अनारक्षित टिकट खिड़की के बगल वाले गेट को खुलवाने के लिए प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन रेल प्रशासन द्वारा पंद्रह दिन बीत जाने के बावजूद भी उनके 2 जून 2025 को लिखे पत्र पर कोई संज्ञान न लेने के कारण किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने “रेल प्रशासन होश में आओ” और “बंद गेट को खोलो” जैसे नारे लगाए। प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि रेलवे प्रशासन यात्रियों की परेशानी समझने को तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि यात्रियों को अनारक्षित टिकट खरीदने के बाद लंबा चक्कर काटकर प्लेटफॉर्म तक पहुंचना पड़ता है, जिससे अक्सर उनकी ट्रेन छूट जाती है। उन्होंने दिव्यांगजनों की विशेष परेशानी का जिक्र करते हुए कहा कि उनके लिए यह और भी मुश्किल है।
सुरक्षा कारणों से बंद है गेट: रेल प्रशासन
रेल प्रशासन का कहना है कि अनारक्षित टिकट विंडो के पास स्थित दोनों गेटों को खोलना यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा के दृष्टिकोण से उचित नहीं है। स्टेशन निदेशक ने बताया कि प्रदीप जैन आदित्य की मांग को सक्षम अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है और तदनुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कांग्रेसजनों ने अगली रणनीति तय करने के बाद धरने को स्थगित कर दिया। इस संघर्ष में इम्तियाज़ हुसैन, मुकेश अग्रवाल, युथुप जैन पिंकी, अखिलेश गुरूदेव, अनिल रिछारिया, शफीक अहमद मुन्ना, अजय जैन, अशोक कंसोरिया, गिरजा शंकर राय, अमित त्रिपाठी, शैलेंद्र वर्मा शीलू, मज़हर कुरैशी, अमर सिंह प्रजापति, प्रेमनारायण, अमीर चंद आर्य, मो0 शाहिद, मज़हर अली सहित कई लोग शामिल रहे।