नगर पंचायत और कॉलेज प्रबंधन की मिलीभगत का आरोप, खेल मैदान बचाने को आंदोलन की चेतावनी
एटा। जैथरा नगर के श्री गांधी सार्वजनिक इंटर कॉलेज के सामने खाली पड़े मैदान पर दुकानों के निर्माण को लेकर विवाद और गहराता जा रहा है। नगर पंचायत जैथरा के पूर्व चेयरमैन बिजेंद्र सिंह चौहान ने इस मामले में गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कॉलेज प्रबंध तंत्र और नगर पंचायत के बीच दुरभि संधि यानि कि गुप्त समझौता के तहत यह अवैध निर्माण कराया जा रहा था। उन्होंने प्रशासन से गहन जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पूर्व चेयरमैन बिजेंद्र सिंह चौहान ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि यह मैदान नगर और क्षेत्र के युवाओं की खेलकूद व सामाजिक गतिविधियों का प्रमुख स्थल है। वर्ष 1995 में जब वे नगर पंचायत अध्यक्ष बने थे, तब उन्होंने राजस्व अभिलेखों की जांच कराई थी, जिसमें दो विद्यालयों के नाम पर अवैध रूप से दर्ज जमीन का खुलासा हुआ था। मुकदमे के बाद वर्ष 1998 में वह जमीन नगर पंचायत के नाम विधिवत दर्ज हुई थी।
उन्होंने बताया कि विद्यालय प्रबंध समिति ने इस पर कई स्तरों पर अपील की, पर हर बार निर्णय नगर पंचायत के पक्ष में आया। बिजेंद्र सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि उनके अध्यक्ष न रहने के बाद नगर पंचायत और विद्यालय प्रबंधन के बीच गलत तालमेल और स्वार्थी समझौते के चलते यह अवैध निर्माण शुरू हुआ है।
उन्होंने कहा कि यदि इस मैदान पर दुकानें बनती हैं तो यह नगर के युवाओं, खिलाड़ियों और जनता के साथ बड़ा अन्याय होगा। यह मैदान खेल प्रतियोगिताओं, विकास प्रदर्शनी, गायत्री परिवार के यज्ञ और सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए एकमात्र स्थान है।
पूर्व चेयरमैन ने कहा कि कई सभासदों से बातचीत में यह स्पष्ट हुआ कि नगर पंचायत से कोई औपचारिक अनुमति नहीं ली गई। उन्होंने डीएम और एसडीएम से मांग की कि मामले की गहराई से जांच कराई जाए, जिससे सच्चाई सामने आ सके।
उन्होंने चेतावनी दी,अगर मैदान पर निर्माण जारी रहा, तो जनता के सहयोग से जन आंदोलन छेड़ा जाएगा। नगर के हित में हर संघर्ष के लिए तैयार हूं।