Agra News: बाह। बाह के जैतपुर थाना क्षेत्र के कान्हरपुरा गांव के निवासी और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में तैनात सीआरपीएफ जवान गिर्राज किशोर (31) की आत्महत्या की खबर से उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। गिर्राज की पत्नी नीरज, जो अब अपने सात माह के बेटे युवराज के साथ विधवा हो गई है, शोक के कारण पूरी तरह से टूट चुकी है। इस दुखद घटना के बाद, परिवार के सदस्य और उनके छोटे भाई पवन कुमार का कहना है कि उनका भाई आत्महत्या नहीं कर सकता और वे मामले की गहन जांच की मांग कर रहे हैं।
गिर्राज किशोर की आत्महत्या पर परिवार को विश्वास नहीं
गिर्राज किशोर की आत्महत्या की खबर ने उनके परिवार के लोगों को स्तब्ध कर दिया है। उनका छोटा भाई पवन कुमार बार-बार यह कह रहा है कि उनका भाई आत्मघाती कदम नहीं उठा सकता। पवन का कहना है कि गिर्राज से दो दिन पहले उनकी बात हुई थी और वह बहुत तनाव में था। गिर्राज ने उन्हें बताया था कि उसे मजदूरों जैसा काम कराकर शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी जा रही थीं, जो उसकी स्थिति को और भी कठिन बना रही थीं।
सीआरपीएफ में भर्ती के बाद से स्थिति बदली
गिर्राज किशोर 2021 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे और तीन महीने पहले नवंबर 2024 में वे अपने घर आए थे। उनका घर लौटना एक खुशहाल पल था, लेकिन उनके ड्यूटी पर वापस जाने के बाद उनके परिवार को यह नहीं पता था कि अब उनका पार्थिव शरीर ही गांव लौटेगा। गिर्राज की शादी 10 फरवरी 2022 को नीरज से हुई थी और सात महीने पहले वे पिता बने थे। इस दौरान, नीरज अपने बेटे युवराज के साथ मायके गई हुई थी, जहां उसे गिर्राज की मौत की खबर मिली, जिससे उसका जीवन पूरी तरह से बदल गया।
गिर्राज की मौत की गहन जांच की मांग
पवन कुमार का मानना है कि गिर्राज की मौत आत्महत्या से जुड़ी नहीं हो सकती। उन्होंने आरोप लगाया है कि गिर्राज को मानसिक और शारीरिक तनाव दिया जा रहा था, और उसके साथ अत्याचार किए जा रहे थे। उनका कहना है कि यदि गढ़चिरौली में उनकी मौत हुई है तो इसकी गहन जांच की जानी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जा सके।
गिर्राज का शव गांव पहुंचने की उम्मीद
गिर्राज किशोर का शव आज उनके गांव कान्हरपुरा पहुंच सकता है। उनके परिवार और ग्रामीणों को इस हादसे का गहरा दुख है, और वे उसकी मौत के कारणों की जांच की मांग कर रहे हैं। गिर्राज की पत्नी और उनके छोटे भाई पवन ने प्रशासन से यह अपील की है कि उनकी मौत की परिस्थितियों की गहराई से जांच की जाए और जिम्मेदार लोगों को सजा दिलवाने के लिए उचित कार्रवाई की जाए।
गिर्राज की मौत पर परिवार और गांव के लोग प्रशासन से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। उनका मानना है कि इस दुखद घटना को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए और उसे सच्चाई सामने लाने के लिए गहरी जांच की आवश्यकता है। परिवार ने अपने दुख और शोक के बावजूद न्याय की उम्मीदों के साथ प्रशासन से मदद की अपील की है।