आगरा में साइबर ठग शिक्षिकाओं को अपना निशाना बना रहे हैं। हाल ही में, बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्य सरोज भार्गव के साथ एक ऐसी ही घटना हुई है। साइबर ठगों ने सरोज भार्गव को फोन कर धमकाया कि उनके नाम से मलेशिया में एक पार्सल भेजा गया है जिसमें फर्जी पासपोर्ट, एटीएम कार्ड और ड्रग्स हैं। अगर वे मामला दबाना चाहती हैं तो उन्हें दो लाख रुपये देने होंगे। ठगों ने आठ घंटे तक लगातार फोन पर धमकाया और सरोज भार्गव को इतना डरा दिया कि उन्होंने ठगों के बताए अनुसार अपने खाते से दो लाख रुपये निकालकर उन्हें ट्रांसफर कर दिए। यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल अछनेरा की एक शिक्षिका मालती वर्मा के साथ भी ऐसा ही हुआ था और डर के मारे उनकी मौत हो गई थी।
आगरा। शिक्षिकाएं अब साइबर ठगों के निशाने पर आ गई हैं। राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल अछनेरा की शिक्षिका के बाद बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्य सरोज भार्गव के मामले में भी डिजिटल अरेस्ट की खबर सामने आई है। ठगों ने उन्हें आठ घंटे तक फोन काटने नहीं दिया और उनके बैंक खाते से दो लाख रुपये तथा पेंशन की राशि उड़ा ली।
सुभाष नगर की रहने वाली शिक्षिका मालती वर्मा की tragic घटना भी इसी तरह की थी, जब साइबर ठगों ने उन्हें फोन कर बताया कि उनकी बेटी को पुलिस ने सेक्स रैकेट में पकड़ा है। उनकी जान को खतरा बताते हुए एक लाख रुपये की मांग की गई, जिसके बाद मालती की तबियत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
अब सरोज भार्गव के मामले में ठग ने उनके फोन पर पुलिस की फोटो वाला नंबर से कॉल किया। उसने अपना नाम सुनील कुमार बताकर कहा कि उनके नाम पर एक पार्सल मलेशिया भेजा गया है, जिसमें फर्जी पासपोर्ट, एटीएम कार्ड और ड्रग्स हैं। उसने धमकी दी कि अगर वह तुरंत दो लाख रुपये नहीं भेजेंगी, तो उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
ठग ने आठ घंटे तक उन्हें लगातार धमकाया, और मोबाइल पर फर्जी दस्तावेज भेजते रहे। उन्होंने बैंक अकाउंट की जानकारी लेकर दो लाख रुपये का चेक साइन कराया और एक अक्टूबर को पैसे ट्रांसफर करवा लिए। इसके साथ ही उनकी पेंशन की राशि भी निकाल ली। सरोज अब घबराई हुई हैं और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
कैसे बचें साइबर ठगी से:
- अज्ञात नंबरों पर कॉल न उठाएं: अगर कोई अज्ञात नंबर से कॉल आता है, तो उसे उठाना न भूलें।
- बैंक की जानकारी किसी के साथ साझा न करें: अपनी बैंक की जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें।
- साइबर पुलिस से संपर्क करें: अगर आपको लगता है कि आप साइबर ठगी का शिकार हुए हैं, तो तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क करें।