सड़क किनारे संदिग्ध अवस्था में पड़ा मिला विशालकाय मगरमच्छ का शव , धारदार हथियार का निशान, तस्करी की आशंका, वन विभाग में मचा हड़कंप

Dharmender Singh Malik
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आगरा (पिनाहट)। शुक्रवार सुबह पिनाहट- राजाखेड़ा मार्ग स्थित विप्रावली तिकोनिया के पास विशालकाय मगरमच्छ का संदिग्ध अवस्था में सड़क किनारे शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है।सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।वहीं मौत का असली कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सकता है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे वन विभाग कर्मियों को ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली कि पिनाहट -राजाखेड़ा मार्ग स्थित थाना पिनाहट क्षेत्र के विप्रावली तिकोनिया के पास एक विशाल 10 फीट लंबा मगरमच्छ का शव सड़क किनारे पड़ा हुआ है। सड़क किनारे मगरमच्छ के शव की सूचना पर वन विभाग दरोगा दिलीप कुमार वन टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। मौके पर जाकर देखा तो मगरमच्छ शव सड़क किनारे खंदी में मृत अवस्था में पड़ा हुआ था।और मृत मिले मगरमच्छ के शरीर पर धारदार हथियार जैसा निशान था। वन दरोगा दिलीप कुमार ने घटना की जानकारी तत्काल वन विभाग के उच्च अधिकारियों को दी। और सूचना मिलते ही वार्डन के सी शेखर और रेंजर उदय प्रताप सिंह वन टीम के साथ पिनाहट नहर किनारे स्थिति वन चौकी पर पहुंच गये।और मृत पड़े मिले मगरमच्छ के शव का बारीकी से निरीक्षण किया।और एंबुलेंस से मृत मिले मगरमच्छ के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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वही इस मामले में वार्डन के सी शेखर का कहना है कि मृत पड़े मिले मगरमच्छ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का असली कारण स्पष्ट हो सकेगा।

कहीं तस्करी के लिए तो नहीं ले जाया जा रहा था मगरमच्छ

पिनाहट। प्रतिबंधित चंबल नदी में मगरमच्छ व घड़ियाल का संरक्षण किया जा रहा है।वहीं शुक्रवार को संरक्षित मगरमच्छ का सड़क किनारे शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। क्योंकि जिस जगह पर मगरमच्छ का मृत अवस्था में शव पड़ा हुआ मिला है वहाँ से चंबल नदी की दूरी 3 किलोमीटर हैं। चंबल नदी से 3 किलोमीटर दूर सड़क किनारे मगरमच्छ का शव सड़क किनारे पड़ा मिलने से वन विभाग भी हैरान है। और मृत पड़े मिले मगरमच्छ के शरीर पर धारदार हथियार जैसा निशान है। जिससे अनुमान लगाया जा रहा हैं कि कही प्रतिबंधित मगरमच्छ व घड़ियाल की तस्करी तो नहीं की जा रही है। तस्करी के लिए ले जाते समय किसी के शक होने पर सड़क किनारे फेक जाने की आशंका है। वहीं वन विभाग किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मौत की आशंका जाहिर कर रहा है। वहीं जांच होने पर ही मौत का असली कारण स्पष्ट हो सकेगा।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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