एटा (पवन चतुर्वेदी) : जनपद एटा के विकासखंड जैथरा के पूर्ति विभाग में एक के बाद एक नए चौंकाने वाले कृत्य होते रहते हैं । कभी राशन की दुकानों पर शासनादेश का हवाला देते हुए जबरन सर्फ बेचा जाता है तो कभी कुछ ऐसा होता है जो पूरी तरह नियम विरुद्ध व गलत है लेकिन जब इसकी जानकारी सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से ली जाती है तो वह इसे अनभिज्ञ होते हैं या अपना बचाव करते हैं , कारण दोनों में से कोई हो लेकिन वह अपने कर्तव्यों के प्रति कतई गंभीर नहीं है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं ।
यह रहा प्रकरण
विकासखंड जैथरा में करुणा देवी के नाम से ग्राम पंचायत खिरिया नगर शाह में एक राशन की दुकान है, जिस पर आशा देवी की राशन की दुकान का अटैच भी लगा हुआ है। दोनों दुकानों के राशन का वितरण राशन डीलर करुणा देवी के द्वारा किया जाता था ।
1 दिसंबर 2023 को करुणा देवी की एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई। लेकिन करुणा देवी की मृत्यु के बाद भी कौन राशन बांट रहा है यह किसी को नहीं पता। जब हमने इस विषय में जिला पूर्ति अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया की ऐसी स्थिति में वारिसान के माध्यम से किसी परिजन को भी दुकान दी जा सकती है। और यह प्रक्रिया उपजिलाधिकारी के द्वारा संपादित होती है अथवा संबंधित दुकान का अटैच किसी अन्य राशन की दुकान पर लगाया जा सकता है। जिससे राशन वितरण में कोई रुकावट ना आए । जब हमने ब्लॉक पूर्ति निरीक्षक धारणा चौहान से बात की और उनसे पूछा की करुणा देवी की राशन की दुकान का वितरण कौन कर रहा है तो वह भी अनभिज्ञ नजर आईं और बाबू से जानकारी करने की बात कहने लगी। और नियम विरुद्ध हो रहे वितरण को रुकवाने की बात कहने लगीं ।
जब ब्लॉक जैथरा की पूर्ति निरीक्षक को अपनी नाक के नीचे लगभग 2 महीनों से हो रहे इस भ्रष्टाचार का पता ही नहीं तो इनके पद पर रहने का क्या लाभ ?
यह रही सत्यता
जब हमने धरातल पर इसकी जानकारी की तो पता चला कि सारे नियम कायदों को ताक पर रखते हुए मृत राशन डीलर के परिजनों ने ही राशन वितरण किया है । नाम न छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि दिसंबर माह में भी मृत राशन डीलर के पति भीष्मपाल उर्फ पप्पू ने ही नियम विरुद्ध मनमाने तरीके से राशन वितरण किया और जनवरी में भी कर रहे हैं । यह सारा डेटा पूर्ति विभाग के पास मिल जाएगा कि राशन वितरण किसने किया है ।
अब प्रश्न यह उठता है कि उनके इस नियम विरुद्ध भ्रष्टाचारी कृत्य का दोषी कौन है , तो इसका सामान्य सा सीधा उत्तर मिलता है… पूर्ति विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ।
बड़ा सवाल : मृत राशन डीलर की दुकान पर हुए इस नियम विरुद्ध भ्रष्टाचारी कृत्य का दोषी पूर्ति विभाग किस अधिकारी/कर्मचारी पर कार्यवाही करेग। इस पर हमारी नजर बनी हुई है।