आगरा: भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ चल रहे एक मामले में आज विशेष एमपी/एमएलए अदालत में बहस नहीं हो सकी। कंगना रनौत की ओर से उनके स्थानीय अधिवक्ता ने अदालत में एक प्रार्थना पत्र दाखिल कर बताया कि उनकी मुख्य अधिवक्ता, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता अनसूया चौधरी, अस्वस्थ होने के कारण बहस के लिए उपस्थित नहीं हो सकी हैं। उन्होंने अदालत से बहस के लिए कुछ और समय देने का अनुरोध किया।
वादी अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा और उनके सहयोगी वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्ग विजय सिंह, भैया रामदत्त दिवाकर, सुरेंद्र लाखन, बी.एस. फौजदार, आर.एस. मौर्य, राकेश नौहवार, सुमंत चतुर्वेदी, उमेश जोशी और राम मोहन शर्मा ने इस अनुरोध पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने अदालत को बताया कि पिछली सुनवाई में भी कंगना रनौत की ओर से इसी तरह का बहाना बनाकर बहस को टाला गया था। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की सुनवाई को 9 महीने का लंबा समय बीत चुका है और अब और देरी नहीं होनी चाहिए।
विशेष एमपी/एमएलए अदालत के न्यायाधीश अनुज कुमार सिंह ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कंगना रनौत को बहस के लिए अंतिम अवसर देते हुए अगली सुनवाई की तारीख 24 अप्रैल, 2025 तय की है। अदालत ने स्पष्ट किया कि इस तारीख पर बहस होनी अनिवार्य है।
यह मामला कंगना रनौत के एक कथित विवादित बयान से जुड़ा हुआ है, जिसके खिलाफ वादी रमाशंकर शर्मा ने अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी। यह मामला काफी समय से चल रहा है और अब बहस के लिए अंतिम अवसर दिया गया है।