* वर्ष 2023 हो गया एतिहासिक : कीर्तिनाथ
* ग्यारह दिवसीय सहस्त्र चण्डी महायज्ञ 10 फरवरी से
आगरा : श्री मां कामाख्या चरण सेवा समिति द्वारा आयोजित 11 दिवसीय मां कामाख्या सहस्त्र चण्डी 108 कुण्डीय महायज्ञ के तहत 25 दिसंबर को दीपदान महोत्सव व आरती का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन सायं 5 बजे से जेसीबी चौराहा स्थित यज्ञ स्थल पर होगा। इस आयोजन में मां कामाख्या शक्ति पीठ के संत स्वामी कीर्तिनाथ महाराज शामिल होंगे।
इस आयोजन के बाद, 10 फरवरी 2024 से 11 दिवसीय 108 कुण्डीय मां कामाख्या सहस्त्र चण्डी महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन पूर्णाहुति के साथ 20 फरवरी को समाप्त होगा। इस महायज्ञ में विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले संत शामिल होंगे। कई अतिथियों को भी आमंत्रित किया जा रहा है।
उत्तर भारत में पहली बार होने वाले इस विशाल मां कामाख्या महायज्ञ के बारे में संत कीर्तिनाथ ने बताया कि वर्ष 2023 भारत के इतिहास में दर्ज हो गया है। सनातन संस्कृति के आराध्य प्रभु श्री राम अपने जन्म स्थान में बन रहे भव्य मंदिर में विराजित होंगे, यह शुभ मंगल श्रीगणेश इसी वर्ष में तय हुआ। 22 जनवरी 2024 को सनातनियों द्वारा एक बार फिर पूरे विश्व में दीपोत्सव होगा। इसी को लक्षित करके ब्रज क्षेत्र में महायज्ञ का आयोजन रखा गया है।
22 जनवरी को ही यज्ञ स्थल से श्रीराम जी की शोभायात्रा नगर भ्रमण के लिए प्रारम्भ होगी। यज्ञ स्थल पर रोजाना सन्ध्या आरती महाराज जी द्वारा की जा रही है, जिसमें मातृ रूपेण कामाख्या के प्रति समर्पित श्रद्धालु भक्त शामिल होकर प्रसाद ग्रहण करते हैं। मां कामाख्या शक्ति पीठ से चरण रज लाकर यज्ञ स्थल पर शक्ति ध्वज स्थापित किया गया है।
इसके अतिरिक्त, 14 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति पर्व पर मां के दरबार में यज्ञ स्थल पर खिचड़ी भोग का वितरण कार्यक्रम भी होगा। संत कीर्तिनाथ ने शक्ति पीठ से आस्था रखने वाले सभी श्रद्धालुओं और भक्तों से हर सम्भव यथा शक्ति सहयोग देकर सहभागी बनते हुए दान देने की अपील की है।