आगरा। थाना डौकी के प्रभारी और उनके साथियों द्वारा अधिवक्ता कुलदीप राजपूत के घर में घुसकर की गई अभद्रता के विरोध में आगरा में वकीलों का आक्रोश थम नहीं रहा है। आज दूसरे दिन भी, सिविल कोर्ट के गेट नंबर 2 पर, उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना संघर्ष समिति के बैनर तले जोरदार धरना प्रदर्शन जारी रहा। वकीलों ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग दोहराई और साथ ही एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की अपनी पुरानी मांग को फिर से उठाया।
विरोध प्रदर्शन और जुलूस
सुबह 11 बजे, सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता सिविल कोर्ट परिसर में जमा हुए और उन्होंने एक विशाल जुलूस निकाला। यह जुलूस दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कोर्ट प्रांगण से गुजरा। वकीलों ने हाथों में तख्तियां लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की और पुलिस प्रशासन के इस रवैये की कड़ी निंदा की। जुलूस के बाद, सभी अधिवक्ता गेट नंबर 2 पर धरने पर बैठ गए, जहां एक सभा का आयोजन किया गया।
अधिवक्ताओं की प्रमुख मांगें
धरने पर हुई सभा में बोलते हुए, विभिन्न वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती, यह आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने इस घटना को अधिवक्ता समुदाय पर एक हमला बताया और कहा कि यह घटना एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की आवश्यकता को साबित करती है। वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में यह कानून लागू नहीं होता है, तो वकीलों के साथ इस तरह की घटनाएं भविष्य में भी होती रहेंगी।
“आर-पार की लड़ाई” का आह्वान
वक्ताओं ने उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के पदाधिकारियों से भी अपील की कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करवाने के लिए प्रभावी प्रयास करें। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि इस मांग के लिए “आर-पार की लड़ाई” लड़ी जाए। इस मुद्दे पर चर्चा के लिए, 22 सितंबर, सोमवार को सभी अधिवक्ता संगठनों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है, जिसमें आंदोलन की आगामी रणनीति पर विचार किया जाएगा।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख अधिवक्ता
आज के धरना प्रदर्शन में कई वरिष्ठ और प्रमुख अधिवक्ता मौजूद रहे। इनमें वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र लाखन, उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना संघर्ष समिति के संयोजक मनीष कुमार सिंह, सचिव मुकेश कुमार शर्मा, यूनाइटेड बार के सचिव अनूप शर्मा, वरुण गौतम, कलेक्ट्रेट बार के अध्यक्ष विजेंद्र रावत, संघर्ष समिति के प्रवक्ता आधार कुमार शर्मा, सरोज यादव, कर्मवीर सिकरवार, आबिद खान, मुरारी लाल वर्मा, महावीर तिवारी, और नौशाद अहमद शामिल थे।