Advertisement

Advertisements

डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसंबी का जूस चढ़ाया, मरीज की हुई मौत

Dharmender Singh Malik
4 Min Read

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर सील किया गया नर्सिंग होम

प्रयागराज । प्रयागराज में डेंगू के एक मरीज को प्लेटलेट्स की जगह चिकित्सकों ने कथित रूप से मौसम्बी का जूस चढ़ा दिया। इस घोर लापरवाही से मरीज की बाद में मौत होने के बाद स्थानीय निजी अस्पताल को गुरुवार को सील कर दिया गया। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो प्रसारित होने के बाद प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के आदेश पर जिला प्रशासन हरकत में आया और उस अस्पताल को सील कर दिया गया, जहां मरीज को कथित तौर पर मौसम्बी का जूस चढ़ाया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें शहर के दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। बहरहाल, इस घटना के संबंध में स्थानीय पुलिस थाने में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। निजी अस्पताल के मालिक ने दावा किया कि प्लेटलेट्स किसी अन्य चिकित्सा केंद्र से लाए गए थे और तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के बाद मरीज को दिक्कत होने लगी थी।

See also  आधुनिक और पुरातन बिम्बों के दूरदर्शी नेता थे राजीव गाँधी

उपमुख्यमंत्री पाठक ने ट्वीट किया कि जनपद प्रयागराज में झलवा स्थित ग्लोबल अस्पताल द्वारा डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ा देने के वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा दिए आदेशों के क्रम में अस्पताल को तत्काल सील कर दिया गया है और प्लेट्लेट्स पैकेट को जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि यदि अस्पताल प्रबंधन दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सूत्रों के अनुसार, मरीज की मौत गलत प्लेट्लेट्स चढ़ाए जाने के कारण हुई और इन प्लेट्लेट्स के नमूनों की जांच की जाएगी। धूमनगंज थाना क्षेत्र के तहत आने वाले अस्पताल को सील करने का कारण पूछे जाने पर एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के निर्देश पर अस्पताल को सील किया गया है और नमूने की जांच होने तक अस्पताल सील रहेगा। यह पूछे जाने पर कि नमूने की जांच कौन करेगा, उन्होंने कहा कि पुलिस इसकी जांच औषधि निरीक्षक से कराएगी।

See also  'वो' कौन? पत्नी के चक्कर में पति बोला - 'मैं कराऊंगा दूसरी शादी!'

वहीं, धूमनगंज स्थित अस्पताल के मालिक सौरभ मिश्रा ने बताया कि प्रदीप पांडेय डेंगू से पीड़ित थे और वह उनके अस्पताल में भर्ती हुए थे। उन्होंने कहा कि मरीज का प्लेटलेट्स का स्तर गिरकर 17,000 पर आने के बाद उसके तीमारदारों को प्लेटलेट्स लाने को कहा गया था।

उन्होंने बताया कि मरीज के तीमारदार स्वरूप रानी नेहरु (एसआरएन) चिकित्सालय से पांच यूनिट प्लेटलेट्स लेकर आए, लेकिन 3 यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद मरीज को दिक्कत हुई तो चिकित्सकों ने प्लेटलेट्स चढ़ाना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स की जांच करने की कोई सुविधा उनके अस्पताल में नहीं है।

मिश्रा ने कहा कि जो प्लेटलेट्स मरीज को नहीं चढ़ाए गए, उनकी जांच कराई जानी चाहिए कि ये प्लेटलेट्स कहां से लाए गए। उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स की बोतल पर एसआरएन का स्टिकर लगा हुआ है। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने प्लेटलेट्स की जांच के बारे में पूछे जाने पर कहा, प्लेटलेट्स की जांच भी हो जाएगी। हम इस पूरे मामले की जांच कराएंगे।

Advertisements

See also  आधुनिक और पुरातन बिम्बों के दूरदर्शी नेता थे राजीव गाँधी
See also  पावर ग्रिड में जाने वाली जमीन को लेकर किसान एसडीएम से मिले
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement