पटल सहायक की मेहरबानी से मिल गया अतिरिक्त ब्लॉक का चार्ज
.जिलाधिकारी को भेजी शिकायत से हुए फर्जीवाड़ों का भंडाफोड़
आगरा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बैठे बाबू, अपने निजी फायदे के लिए नियम कायदों की धज्जियां उड़ाने से पीछे नहीं हटते। जिस व्यक्ति पर लगातार आरोप और शिकायतें हो रही हों, उसको लगातार उपकृत करते हुए महत्वपूर्ण ब्लॉक का चार्ज थमाया जाता रहा है।
बताया जाता है योगी शर्मा द्वारा जिलाधिकारी को भेजी शिकायत में गंभीर तथ्यों का उल्लेख कर बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार पर सवाल उठाए हैं। मूल रूप से नगर क्षेत्र में तैनात बिल बाबू को नियम विरूद्ध तरीके से देहात क्षेत्र में तैनाती मिलती रही है। योगी शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया है कि जगनेर ब्लॉक के सहायक अध्यापक शैलेंद्र कुमार सिंह को बिल बाबू के संरक्षण में घर बैठे वेतन जारी किया जाता रहा। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने शैलेंद्र कुमार सिंह के खिलाफ लिखित में आख्या दी, लेकिन योगेंद्र कुमार ने उस आख्या को भी दबवा दिया। योगेंद्र कुमार पर भ्रष्टाचार का दूसरा गंभीर आरोप है कि जैतपुर कलां ब्लॉक के एक शिक्षक को एक ही वर्ष में 12 वेतन वृद्धि जारी करके सरकारी खजाने को चूना लगा दिया गया। योगेंद्र कुमार को मनमाफिक ब्लॉक में चार्ज मिलता रहा। जिस ब्लॉक में तैनाती मिली, वहीं लार फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया। खेरागढ़ ब्लॉक में तैनाती के दौरान एक शिक्षिका के चयन वेतनमान में जमकर अनियमितताएं की गई। योगेंद्र कुमार पर विभागीय अधिकारियों का वरदहस्त लगातार बना रहा, इसी का परिणाम रहा कि आज तक उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई।
पटल सहायक और बिल बाबू के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग
शिकायतकर्ता योगी शर्मा द्वारा आईजीआरएस पर दर्ज शिकायत में जिलाधिकारी आगरा को संबोधित कर मांग की है कि योगेंद्र कुमार को पटल सहायक आनंद मोहन श्रीवास्तव का लगातार अभयदान मिल रहा है। जैतपुर कलां ब्लॉक में दो माह पूर्व ही गोपाल कुमार को चार्ज मिला था। उससे पूर्व योगेंद्र कुमार पर वहां का चार्ज था। आनंद मोहन श्रीवास्तव की मदद से योगेंद्र कुमार को पुनः जैतपुर कलां ब्लॉक का अतिरिक्त चार्ज मिलना, बेहद ही गंभीर बात है।