उच्चाधिकारियों से गुहार लगाने के बावजूद पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद
आगरा। प्रदेश सरकार द्वारा महिला अपराधों पर सख्त कार्रवाई के निर्देशों के बावजूद आगरा कमिश्नरेट में पुलिस का रवैया नहीं सुधर रहा है। थानों पर दबंगों का सिक्का जमकर चल रहा है। इनके प्रभाव में आकर पुलिस द्वारा पीड़ितों की फरियाद को नजरंदाज किया जा रहा है।
थाना मलपुरा क्षेत्र अंतर्गत गांव नगला हट्टी मोड़ पर मिठाई की दुकान चलाने वाली महिला सीमा(काल्पनिक नाम) पर बीते 3 दिसम्बर को गांव बरारा के प्रधान प्रतिनिधि और उसके गुर्गों का कहर जमकर बरपा। पीड़िता सीमा की दुकान पर दबंगों द्वारा अपने गुर्गों के साथ मिलकर दुकान के बाहर लगे अस्थायी स्टैंड को जबरन तोड़ दिया गया, इसके बाद दबंगों ने मिलकर दुकान का काउंटर भी तोड़ दिया। तोड़फोड़ का विरोध करने पर प्रधान प्रतिनिधि ने सीमा पर कहर बरपाना शुरू कर दिया। उसके साथ जमकर मारपीट की गई, उसकी मासूम बच्चों को उठाकर पटक दिया गया। पीड़िता का आरोप है कि उसके साथ हद दर्जे की अभद्रता और मारपीट हुई। उसको शर्मनाक स्थिति में पहुंचने को मजबूर करते हुए छेड़खानी की गंभीर घटना को अंजाम दिया गया। दबंगों द्वारा घटना की शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई। इस मामले की शिकायत पीड़िता द्वारा जब थाना मलपुरा में तहरीर देकर की गई तो मलपुरा पुलिस ने उसका संज्ञान लेना जरूरी नहीं समझा। एक सप्ताह बीतने के बावजूद आज तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। पीड़िता द्वारा पुलिस के उच्चाधिकारियों को गुहार लगाकर कार्रवाई की मांग की गई, वहां से भी आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। पीड़िता का कहना है कि उसके साथ हुई ज्यादती को पुलिस द्वारा जांच का बहाना लेकर ठंडे बस्ते में डालने की कोशिशें की जा रही है। दबंग प्रधान प्रतिनिधि को सत्ताधारियों का संरक्षण प्राप्त है। उनके दवाब में आकर ही पुलिस प्रधान प्रतिनिधि के आगे नतमस्तक बनी हुई है।
कार्रवाई नहीं होने पर पलायन को मजबूर परिवार
पीड़ित महिला ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में उसका अपने गांव और क्षेत्र में रहना दुश्वार हो गया है। प्रधान प्रतिनिधि द्वारा उसके परिवार को पलायन को मजबूर किया जा रहा है। उसकी दुकान बंद होने से रोजी रोटी छिन चुकी है। परिवार के सामने विकट स्थिति पैदा होने लगी है।