जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा द्वारा आगरा कॉलेज में विधिक जागरूकता इंटर्नशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

BRAJESH KUMAR GAUTAM
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आगरा: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा (DLSA Agra) के तत्वावधान में आज आगरा कॉलेज के सेमिनार हॉल में एक महत्वपूर्ण विधिक जागरूकता इंटर्नशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम विधि छात्रों, प्रशिक्षुओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसका उद्देश्य उन्हें कानूनी प्रक्रियाओं और सामाजिक न्याय के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना है।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में विधि छात्रों, प्रशिक्षुओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही, जो कानूनी ज्ञान प्राप्त करने के प्रति उनकी गहरी रुचि को दर्शाती है।

कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन और मुख्य अतिथि

कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा, डॉ. दिव्यानन्द द्विवेदी द्वारा किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में कानूनी शिक्षा और समाज में विधिक जागरूकता के महत्व पर जोर दिया। डॉ. अरुण कुमार दीक्षित, कोऑर्डिनेटर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने भी कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस आयोजन में श्री बांके बिहारी एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष, डॉ. मदन मोहन शर्मा का सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ, जिन्होंने कार्यक्रम की सफलता में योगदान दिया।

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विशेषज्ञों द्वारा महत्त्वपूर्ण विषयों पर व्याख्यान

प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न कानूनी विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा गहन व्याख्यान प्रस्तुत किए गए, जो प्रतिभागियों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक रहे:
* शीघ्र न्याय प्रणाली में कमजोर वर्ग का विशेष संदर्भ: इस विषय पर सेवानिवृत्त एडीजे, श्री प्रवीण कुमार ने अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि कैसे न्याय प्रणाली कमजोर वर्गों तक त्वरित और सुलभ न्याय सुनिश्चित कर सकती है।
* PCPNDT अधिनियम पर चर्चा: मुख्य चिकित्साधिकारी, आगरा द्वारा नामित प्रतिनिधि अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील कुमार और उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी एस.एम प्रजापति ने PCPNP अधिनियम (गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम) के प्रावधानों और इसके सामाजिक महत्व पर प्रकाश डाला।
* सामुदायिक सेवा में विधिक सहायता की भूमिका: सहायक एलएडीसी (लीगल एड डिफेंस काउंसिल), आगरा, श्री मृणाल सिंह ने इस विषय पर व्याख्यान देते हुए समझाया कि कैसे विधिक सहायता दूर-दराज के क्षेत्रों में लोगों तक पहुंच सकती है और उन्हें न्याय दिलाने में मदद कर सकती है।
* वर्चुअल कोर्ट एवं ई-चालान पर विशेष चर्चा: एसीजेडी-06, वर्चुअल कोर्ट, आगरा, श्रीमती शिखा सिंह ने आधुनिक न्यायिक प्रणाली में वर्चुअल कोर्ट और ई-चालान की भूमिका और उनके उपयोगिता पर विस्तार से चर्चा की। यह डिजिटल नवाचार न्याय प्रक्रिया को कैसे सुलभ बना रहा है, इस पर प्रकाश डाला गया।

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कानूनी जागरूकता और डिजिटल न्याय पर जोर

वक्ताओं ने अपने संबोधन में कानूनी जागरूकता, त्वरित न्याय प्रणाली, डिजिटल न्यायिक प्रणाली और जनहित में विधिक सहायता की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। छात्रों में कानूनी विषयों को लेकर विशेष रुचि और उत्साह देखा गया। उन्होंने विशेषज्ञों से प्रश्न पूछे और विभिन्न कानूनी पहलुओं पर अपनी जिज्ञासा व्यक्त की।

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 10 जून 2025 तक चलाया जाएगा, जिसमें प्रतिदिन विभिन्न कानूनी विषयों पर विशेषज्ञों के व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे। यह कार्यक्रम समाज में विधिक चेतना के प्रसार और युवा वर्ग को कानूनी क्षेत्र से जोड़ने की दिशा में एक प्रभावशाली पहल के रूप में देखा जा रहा है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा का यह प्रयास समाज के हर वर्ग तक न्याय की पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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