मैनपुरी ,महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित मिशन वात्सल्य के अंतर्गत जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक में जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने उपस्थित बैंकर्स को आदेशित करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के लाभार्थियों के प्राथमिकता पर बैंक खाते खोले जायें, कई शाखाओं में उक्त योजनाओं के लाभार्थियों के खाते न खुलने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, सम्बन्धित शाखा प्रबन्धक इस ओर ध्यान दें, भविष्य में शाखा में आने वाले प्रत्येक लाभार्थी का बैंक खाता खुलवाना सुनिश्चित करें। उन्होने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि बार-बार निर्देशों के बाद भी प्रोबेशन कार्यालय द्वारा योजना के लाभार्थियों का विवरण ऑनलाइन अपडेट नहीं किया जा रहा है। उन्होने जिला प्रोबेशन अधिकारी को हिदायत देते हुये कहा कि अगले 02 दिन में सभी लाभार्थियों के आवदेन, विवरण ऑनलाइन फीड कराये जायें यदि इस कार्य में विलम्ब हो तो सम्बन्धित का उत्तरदायित्व निर्धारित कर दंडात्मक कार्यवाही की जाये।
उन्होने बैठक में उपस्थित समिति के सदस्यों, पुलिस विभाग के अधिकारियों से कहा कि गुमशुदा बच्चों के प्रति बेहद संवेदनशील रहकर कार्यवाही करें, जानकारी करने पर पाया कि जनपद से गुमशुदा 15 बच्चों में से 14 बच्चों की तलाश कर उनके अभिभावकों को सुपुर्द किया जा चुका है, शेष 01 बच्चा बिहार में है और उसके माँ-बाप मैनपुरी से पानीपत चले गये हैं, बच्चा सौतेली माँ के पास रहना नहीं चाहता, बच्चा सकुशल बिहार के बाल संरक्षण गृह में रह रहा है।
श्री सिंह ने नशा मुक्ति अभियान की समीक्षा के दौरान कहा कि बच्चों को नशे की लत से दूर रखने के लिए सभी सम्बन्धित आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें। उन्होने जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से कहा कि विद्यालयों में छात्रों के मध्य इस सम्बन्ध में जागरूकता प्रदान की जाये, विद्यालयों के आस-पास कहीं भी नशीले पदार्थों की बिकी न हो, सुनिश्चित किया जाये, नियमित रूप से ब्लॉक, ग्राम स्तरीय बाल कल्याण एवं संरक्षण समितियों की नियमित रूप से बैठकें आयोजित कराकर ग्रामीणों को निराश्रित बच्चों, कन्याओं हेतु प्रोबेशन विभाग की संचालित योजनाओं की जानकारी दी जाये साथ ही पात्रों को लाभान्वित भी कराया जाये। उन्होने चाईल्ड हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान नाराजगी व्यक्त करते हुए चाइल्ड हेल्पलाइन के को-ऑर्डिनेटर को सख्त निर्देश देते हुये कार्यशैली में सुधार करने, सुधार न होने की दशा में वेतन रोके जाने के आदेश दिये, बाल विवाह अभियान की समीक्षा के दौरान पाया कि
जनपद में बाल विवाह से सम्बन्धित 06 प्रकरण प्राप्त हुए थे, सभी 06 प्रकरण पर तत्काल प्रभावी कार्यवाही कर बाल विवाह को रोका गया, विशेष किशोर पुलिस इकाई की नियमित बैठक प्रतिमाह समय से कराये जाने के साथ ही इस सम्बन्ध में कार्यशालाएं आयोजित करायी जायें।
जिलाधिकारी ने बाल हितैषी ग्राम पंचायतों पर चर्चा करते हुए उन्होने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि समस्त विकास खंडों की 01-01 ग्राम पंचायत को बाल हितैषी ग्राम पंचायत गठित कर सूचना प्रोबेशन कार्यालय को 01 सप्ताह में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें साथ ही समस्त प्रधानों की एक कार्यशाला आयोजित की जाए, जिसमें संरक्षण अधिकारी द्वारा प्रधानों को प्रशिक्षण देकर बाल तहसील ग्राम पंचायत बनाने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। उन्होने जिला श्रम प्रवर्तन अधिकारी को आदेशित करते हुये कहा कि बाल श्रम रोकने हेतु प्रभावी कार्यवाही की जाये, बाल श्रम में लगे बच्चों के साथ उनके अभिभावकों के साथ संवाद कर बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा की जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, मुख्य चिकित्साधिकारी डा.आर.सी. गुप्ता, जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता, जिला पंचायत राज अधिकारी अवधेश कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी राजनाथ राम सहित विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबन्धक, समिति के पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन बाल संरक्षण अधिकारी अल्का मिश्रा ने किया।