आगरा/नोएडा: भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के जिला अध्यक्षों के नाम पर आज मुहर लगने की संभावना है। हालांकि, पार्टी उत्तर प्रदेश में केवल 45 से 50 जिलों के अध्यक्षों के नाम की घोषणा करेगी। बाकी जिलों के अध्यक्षों के नाम प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के बाद तय होंगे। इसको लेकर आज नोएडा में भाजपा और संघ के पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक चल रही है। बैठक में तय नामों पर कल दिल्ली में राष्ट्रीय नेतृत्व अपनी अंतिम मुहर लगाएगा। इसके बाद संभावना जताई जा रही है कि 20 से 22 जनवरी के बीच नए जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी जाएगी।
45 से 50 जिलाध्यक्षों का चयन प्राथमिक रूप से
इस समय पार्टी द्वारा कुल 45 से 50 जिलाध्यक्षों के नाम घोषित किए जाएंगे ताकि प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ सके। बाकी के जिलाध्यक्षों के नाम प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही तय किए जाएंगे। इस प्रकार, आने वाले दिनों में भाजपा के जिला अध्यक्षों की सूची में और भी बदलाव हो सकते हैं।
जिलों में फैली रार बनी चुनौती
नए जिलाध्यक्षों के चयन में जिलों में बढ़ती रार ने प्रदेश नेतृत्व के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। पार्टी नेतृत्व ने चयन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सभी जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ नेताओं से राय मांगी थी, लेकिन इसके बावजूद आम सहमति नहीं बन पाई। जनप्रतिनिधि अपने-अपने चहेतों को अध्यक्ष बनाने के लिए प्रयासरत हैं, और किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है। इस स्थिति में जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला प्रभारी भी दुविधा में हैं और किसी निर्णायक फैसले तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
लखनऊ में बने पैनल के बाद नोएडा में बैठक
विगत दिनों लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री संगठन के साथ बैठक हुई, जिसमें नामों पर गहरी चर्चा की गई। हालांकि, इस बैठक में भी अंतिम सहमति नहीं बन पाई, लेकिन तीन से पांच नामों का पैनल तैयार किया गया। अब, आज नोएडा में भाजपा और संघ के बीच समन्वय बैठक हो रही है, जिसमें राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश के चुनाव पर्यवेक्षक विनोद तावड़े, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, प्रदेश चुनाव अधिकारी महेंद्र नाथ पांडेय के अलावा पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचारक भी मौजूद हैं।
प्रांत प्रचारक दे चुके हैं राय
नए जिलाध्यक्ष के चयन से पहले क्षेत्र प्रचारकों से राय ली जा चुकी है। जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए प्रांत प्रचारकों ने नामों पर अपनी राय दे दी है। आज की बैठक में संघ की टीम की ओर से राय प्रस्तुत की जाएगी, जो जिलाध्यक्ष के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। माना जा रहा है कि संघ की राय भी अंतिम निर्णय में अहम भूमिका निभाएगी।