आगरा: राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को जिलाधिकारी आगरा से मुलाकात की और किसानों से संबंधित दो अहम मुद्दों पर तुरंत कार्रवाई की मांग की। रालोद नेताओं ने मूंग और मक्का के सरकारी खरीद केंद्र खोले जाने और सरसों की खरीद में आढ़तियों द्वारा लैब (तेल प्रतिशत) के नाम पर हो रहे किसानों के शोषण को रोकने के लिए अलग-अलग पत्र सौंपे।
मूंग-मक्का पर MSP का लाभ नहीं मिल रहा, किसानों का हो रहा शोषण
राष्ट्रीय लोकदल के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता कप्तान सिंह चाहर, प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र बघेल, और महानगर अध्यक्ष पं. दुर्गेश शुक्ला ने जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि इस वर्ष जनपद में लगभग 20,000 हेक्टेयर में मूंग और 6,000 हेक्टेयर में मक्का की बुवाई हुई है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹8,768 प्रति क्विंटल और मक्का का ₹2,400 प्रति क्विंटल घोषित किया गया है।
हालांकि, रालोद नेताओं ने आरोप लगाया कि किसानों को इस MSP का लाभ नहीं मिल रहा है। मंडियों में आढ़तिये मनमानी दरों पर किसानों से मूंग और मक्का खरीदकर उनका शोषण कर रहे हैं। जानकारी दी गई कि मंडियों में मूंग को ₹6,200 से ₹6,400 प्रति क्विंटल तक खरीदा जा रहा है। इससे किसानों को मूंग पर लगभग ₹2,500 प्रति क्विंटल और मक्का पर ₹1,000 प्रति क्विंटल तक का नुकसान हो रहा है। रालोद ने किसान हित में शीघ्र ही सरकारी खरीद केंद्र खोलने की मांग की।
इस पर जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने रालोद प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त करते हुए कहा कि दो दिन के अंदर उनकी ओर से प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाएगा और आशा है कि खरीद केंद्र खोलने की शीघ्र अनुमति मिल जाएगी।
सरसों खरीद में ‘लैब’ के नाम पर धोखाधड़ी रोकने की मांग
दूसरे पत्र में, राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं ने जिलाधिकारी को बताया कि मंडियों में आढ़तिये सरसों किसानों के साथ लैब (सरसों में तेल का प्रतिशत) के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे हैं। आरोप है कि आढ़तियों की लैब वालों से मिलीभगत होती है, जिससे तेल के प्रतिशत की कम मात्रा दर्शाई जाती है और किसानों के भुगतान से ₹150 प्रति क्विंटल प्रति प्रतिशत की कटौती की जाती है। इससे किसानों को ₹600 से ₹900 प्रति क्विंटल तक का नुकसान होता है। साथ ही, यह भी आरोप लगाया गया कि प्रति क्विंटल 500 ग्राम अधिक तौल भी की जाती है।
रालोद ने जिलाधिकारी से किरावली, अछनेरा, खेरागढ़, जगनेर और शमशाबाद मंडियों में स्थित लैबों की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर किसानों का शोषण रोकने की मांग की। इस पर जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान को मंडियों की लैबों की जांच कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
रालोद प्रतिनिधिमंडल में पूर्व प्रदेश प्रवक्ता कप्तान सिंह चाहर, प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र बघेल, महानगर अध्यक्ष पंडित दुर्गेश शुक्ला, युवा जिलाध्यक्ष मयंक खिरवार, किसान प्रकोष्ठ के मंडल अध्यक्ष गंगा राम पैलवार, प्रदेश मंत्री सत्यवीर सिंह रावत व संजीव शर्मा, ब्रज क्षेत्र महासचिव हरी सिंह बघेल व रणधीर सिंह काका, युवा लोकदल के ब्रज क्षेत्र महासचिव अन्नू पहलवान, रालोद महानगर महामंत्री अमरदीप गुप्ता व राहुल जूरैल, चौ. मांगे लाल व पं. जितेंद्र शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।