झांसी, उत्तर प्रदेश: जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी श्री मृदुल चौधरी की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट में उत्तर प्रदेश विधान परिषद इलाहाबाद-झांसी खण्ड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में झांसी जिले के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ मतदान स्थलों के चयन और वहां एश्योर्ड मिनिमम फैसिलिटीज (AMF) की व्यवस्था पर विचार-विमर्श किया गया।
10 जनपदों में 293 मतदान स्थल
जिलाधिकारी ने बताया कि इलाहाबाद-झांसी खण्ड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में कुल 10 जनपद शामिल हैं, जिनमें प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर, चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन, झांसी और ललितपुर शामिल हैं। उन्होंने जानकारी दी कि पिछले चुनाव में झांसी में 15,057 मतदाता थे और पूरे निर्वाचन क्षेत्र में कुल 293 मतदान स्थल स्थापित किए गए थे। इस बार झांसी में 42 मतदान स्थल प्रस्तावित हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रस्तावित मतदान स्थलों का भौतिक सत्यापन उप जिलाधिकारी द्वारा कराया गया है, और किसी भी स्थल को जीर्ण-शीर्ण नहीं पाया गया है।
सुझाव और आपत्तियों के लिए दो दिन का समय
जिलाधिकारी ने कहा कि एक पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी दलों के प्रतिनिधियों को प्रस्तावित मतदान स्थलों की सूची उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि यदि उन्हें मतदान स्थलों में कोई सुझाव या आपत्ति हो, तो वे अगले दो दिनों के भीतर लिखित रूप में उप जिला निर्वाचन अधिकारी, झांसी के समक्ष प्रस्तुत करें, ताकि उनका समय रहते निस्तारण किया जा सके।
उन्होंने यह भी बताया कि मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मतदान स्थल का चयन इस तरह किया जाएगा कि उन्हें अधिकतम 16 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय न करनी पड़े। मतदाता सूची तैयार होने के बाद मतदाताओं की संख्या के आधार पर राजनीतिक दलों के साथ फिर से समीक्षा की जाएगी।
बैठक में भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और अपना दल सहित अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। सभी प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव दिए, जिन्हें लिखित में देने का अनुरोध किया गया।