आगरा।उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने और जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने के दावे कर रही है, वहीं जमीनी स्तर पर अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से विकास कार्यों में धांधली थमने का नाम नहीं ले रही।कागरौल ग्राम पंचायत में फतेहपुर सीकरी रोड के पास गंदे पानी की निकासी के लिए पथवारी मंदिर से श्मशान घाट की ओर नाला निर्माण कार्य कराया जा रहा है। लेकिन इस निर्माण कार्य में जमकर अनियमितताएं हो रही हैं, जो तस्वीरों और मौके की स्थिति से स्पष्ट दिख रही हैं।
निर्माण के चंद समय बाद ही गिर गई दीवार
नाले की दीवार निर्माण पूरा होने से पहले ही ढह गई। ठेकेदार द्वारा बेहद घटिया गुणवत्ता की पीली ईंटों और अन्य खराब सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, जिससे नाले की मजबूती पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
जिम्मेदार अधिकारी मौन, ठेकेदार पर आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में ठेकेदार ने भारी भ्रष्टाचार किया है। निर्माण सामग्री की गुणवत्ता को लेकर कोई निरीक्षण नहीं किया जा रहा, और जिम्मेदार अधिकारी इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।
सरकारी धन की लूट का मामला
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नाले के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
प्रशासन की उदासीनता से ग्रामीणों में रोष
ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते इस भ्रष्टाचार को नहीं रोका गया तो भविष्य में यह नाला किसी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। योगी सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान पर भी ऐसे मामलों से सवाल खड़े हो रहे हैं।
प्रशासन से जल्द कार्रवाई की उम्मीद
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और उच्च अधिकारियों से इस मामले में जल्द कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि दोषियों को सजा देकर भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जाए और निर्माण कार्य को सही ढंग से पूरा किया जाए।