अलीगंज, एटा: गौतम बुद्ध इंटर कॉलेज प्रकरण में जहां एक ओर शासन ने जांच के आदेश देकर सख्ती का संदेश देने की कोशिश की है, वहीं दूसरी ओर उसी स्थान पर फिर से अवैध निर्माण कार्य शुरू हो गया है। प्रशासन की सख्ती और एसडीएम के अल्टीमेटम के बावजूद रविवार को कॉलेज परिसर में फावड़े, गारे और ईंटें फिर चलती नजर आईं, जिससे हड़कंप मच गया।
जांच के बाद कुछ देर की रोक, फिर शुरू हो गया खेल
प्रकरण में जिलाधिकारी एटा के निर्देश पर जांच टीम गठित की गई थी, जिसके निरीक्षण के बाद निर्माण पर तत्काल रोक लगाने के आदेश उप जिलाधिकारी डॉ. विपिन कुमार ने दिए थे। आदेश के बाद कुछ दिन तक निर्माण कार्य बंद रहा, लेकिन जैसे ही निगरानी हटी, रविवार को दोबारा निर्माण शुरू हो गया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह से ही मजदूरों की आवाजाही शुरू हो गई थी और कुछ ही देर में काम भी चालू हो गया। इससे यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या जांच सिर्फ दिखावे के लिए की जा रही है?
प्रशासनिक आदेशों को खुली चुनौती
इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासनिक कार्रवाई की प्रभावशीलता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सीधे तौर पर शासन और प्रशासन के आदेशों की खुलेआम अवहेलना है।
इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासनिक कार्रवाई की प्रभावशीलता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सीधे तौर पर शासन और प्रशासन के आदेशों की खुलेआम अवहेलना है।
एक पूर्व छात्र ने नाराजगी जताते हुए कहा,
यदि जांच के दौरान भी निर्माण जारी रहता है, तो यह दिखाता है कि जिम्मेदार लोग या तो लाचार हैं या मिलीभगत में शामिल।
जनता की मांग: निर्माण स्थल को किया जाए सील
आक्रोशित लोगों ने मांग की है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक कॉलेज परिसर को सील कर निर्माण पूरी तरह बंद कराया जाए। साथ ही यह भी कहा गया कि आदेशों की अवहेलना करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
अब निगाहें प्रशासन पर
क्या प्रशासन इस दोहरे खेल पर लगाम कस पाएगा? क्या जांच केवल कागज़ों तक सिमट कर रह जाएगी?
जनता जवाब मांग रही है, और अब गेंद फिर प्रशासन के पाले में है।
जांच की आंच तेज़ है — अब या तो सच्चाई उजागर होगी, या अफसरशाही की नाकामी।