प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान सांसद अनुराग शर्मा ने बुंदेलखंड के सर्वांगीण विकास पर रखे विचार

Sumit Garg
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सुल्तान आब्दी

प्रधानमंत्री का आह्वान — “बुंदेलखंड की ऐतिहासिक धरोहरों को डिजिटल युग से जोड़ें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सांसद अनुराग शर्मा की भेंट — ‘विकसित भारत @2047’ के संकल्प में बुंदेलखंड की भूमिका पर चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सांसद अनुराग शर्मा की शिष्टाचार भेंट — ‘विकसित भारत @2047’ के संकल्प में बुंदेलखंड की भूमिका एवं ऐतिहासिक विरासत पर हुई सार्थक चर्चा

 

झांसी- ललितपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अनुराग शर्मा ने आज नई दिल्ली में भारत के प्रधानमंत्री एवं विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान सांसद शर्मा ने प्रधानमंत्री से बुंदेलखंड के सर्वांगीण विकास, क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण तथा ‘विकसित भारत @2047’ के संकल्प में बुंदेलखंड की सक्रिय भूमिका पर विस्तृत चर्चा की।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद अनुराग शर्मा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बुंदेलखंड, अपनी वीरता, संस्कृति, इतिहास और परंपराओं के कारण भारत की आत्मा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र देश के विकास में अपनी विशेष पहचान रखता है और इसे ‘विकसित भारत’ की दिशा में अग्रसर करने हेतु केंद्र सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।

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सांसद अनुराग शर्मा ने प्रधानमंत्री को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी में निर्माणाधीन ‘पंडित विश्वनाथ शर्मा बुंदेलखंड हेरिटेज इंस्टीट्यूट’ के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह संस्थान क्षेत्र की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, स्थापत्य और कलात्मक धरोहर के संरक्षण के साथ-साथ युवाओं को शोध एवं नवाचार के नए अवसर उपलब्ध कराएगा।

 

प्रधानमंत्री ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बुंदेलखंड की गौरवशाली परंपरा और संस्कृति को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाना राष्ट्र निर्माण का एक महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास भारत की सांस्कृतिक एकता और आत्मा को सुदृढ़ करते हैं।

भेंट के दौरान प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड के ऐतिहासिक किलों के विषय में भी विशेष चर्चा की। उन्होंने कहा कि —बुंदेलखंड के किले अपने आप में अद्वितीय ऐतिहासिक धरोहर हैं। इन किलों की भव्यता और स्थापत्य कला भारत की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक है। ये स्थल एडवेंचर टूरिज्म और हेरिटेज टूरिज्म के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकते हैं।

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प्रधानमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि इन ऐतिहासिक किलों के प्रचार-प्रसार और संरक्षण हेतु स्थानीय स्तर पर प्रयासों को बढ़ावा दिया जाए ताकि पर्यटन के माध्यम से बुंदेलखंड की पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि आधुनिक तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से इन किलों को वर्चुअल और डिजिटल टूरिज्म के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है, जिससे अधिकाधिक पर्यटक क्षेत्र की ओर आकर्षित होंगे।

 

सांसद अनुराग शर्मा ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन बुंदेलखंड के विकास और उसकी सांस्कृतिक धरोहर के पुनर्जीवन की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा। प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए सुझावों पर कार्य कर क्षेत्र में पर्यटन, रोजगार और सांस्कृतिक गौरव को नई दिशा प्रदान की जाएगी।”

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ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जब भी बुंदेलखंड के दौरे पर आते हैं, वे यहां की ऐतिहासिक धरोहरों — किलों, मंदिरों और स्थापत्य कला — की विशेष चर्चा अवश्य करते हैं। उनका यह सतत लगाव इस क्षेत्र की समृद्ध विरासत के प्रति उनके गहरे सम्मान और भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक है।

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प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
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