एटा: अग्र भारत समाचार पत्र की खबर का बड़ा असर हुआ है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक झोलाछाप डॉक्टर की दुकान को सील कर दिया। यह कार्रवाई जैथरा में झोलाछाप डॉक्टर सुनील शाक्य के खिलाफ की गई, जो गलत इलाज के कारण एक 14 वर्षीय युवती की मौत का कारण बने थे।
नगला छोटे गांव के रमेश की 14 वर्षीय पुत्री का इलाज झोलाछाप डॉक्टर सुनील शाक्य के क्लीनिक पर चल रहा था। उपचार के दौरान डॉक्टर की लापरवाही और गलत इलाज के कारण युवती की मौत हो गई। यह दुखद घटना अग्र भारत समाचार पत्र द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित की गई, जिसके बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
खबर का संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी उमेश त्रिपाठी के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डॉक्टर सर्वेश कुमार ने अपनी टीम के साथ जैथरा में छापेमारी की। छापेमारी के बाद झोलाछाप डॉक्टर सुनील शाक्य की क्लीनिक को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया।
नोडल अधिकारी डॉक्टर सर्वेश कुमार ने कहा, “झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ यह सख्त कार्रवाई क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए जरूरी थी। आगे भी ऐसे मामलों में कठोर कदम उठाए जाएंगे।”
अग्र भारत समाचार पत्र द्वारा इस घटना की गंभीरता को उजागर किया गया, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हुआ और दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की। स्थानीय लोगों ने इस पहल के लिए अग्र भारत की सराहना की है और कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
अग्र भारत की रिपोर्टिंग और स्वास्थ्य विभाग की तत्परता ने यह साबित कर दिया कि जागरूक पत्रकारिता और प्रशासनिक कार्रवाई से समाज में न्याय मिल सकता है। इस घटना ने क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता को भी उजागर किया है।