बिजली चोरी एफआईआर लोड 17 किलोवॉट की एलएमवी 9 में, शमन शुल्क वसूला घरेलू में सिर्फ 8000 रूपए

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अग्र भारत ब्यूरो

मथुरा । पानीगांव स्तिथ एक रिसॉर्ट में अवर अभियंता व बिजली की टीम ने बिजली चोरी पकड़ी। थाने में एलएमवी 9 में मुकदमा दर्ज़ हुआ। अब शमन में शासन को चूना लगाया जा रहा है।

मामला दो महीने पुराना है। अवर अभियंता लक्ष्मी नगर मथुरा और विजिलेंस टीम अपने क्षेत्र के अन्तर्गत चैकिंग कर रहे थे। जिसमें पानी गांव स्तिथ विनायक रिसॉर्ट में लगभग 17 kw की कमर्शियल चोरी पकड़ी गई।

विजीलेंस की चैकिंग के दौरान रिसॉर्ट पर मौजूद रिसॉर्ट के कर्मचारी ने कहा था कि एसडीओ और उपर के अधिकारियो को सब पता है। जिसके दो वीडियो भी सोशल मिडिया पर वायरल हुए थे। एक विडीयो में एसडीओ ने चैकिंग की जिसमें बिजली चोरी पकड़ी और कोई कार्यवाही नहीं। दूसरे विडीयो में विजीलेंस की टीम गई और मौजूद कर्मचारी ने टीम से कहा कि एसडीओ साहब और ऊपर के आधिकारियों को पता है कि यहां बिजली जल रही है। विजीलेंस की टीम ने एक न सुनी और एलएमवी 9 में लगभग 17 किलोवॉट का बिजली चोरी का मुकदमा विनायक रिसोर्ट के मालिक योगेश तिवारी पुत्र रमेश चंद तिवारी के खिलाफ़ कर दिया।

एसडीओ लक्ष्मी नगर सचिन द्विवेदी फिर एक्टिव हो गए और अधिशाषी अभियंता से मिलकर 17 किलोवॉट की कमर्शियल चोरी में सिर्फ 8000 रूपए का शमन शुक्ल वसूला गया है। राजस्व निर्धारण में भी जबरजस्त फायदा पहुंचाया गया है। 17 किलोवॉट के हिसाब से शासन को कम से कम 1 लाख 70,000 रूपए जमा होने चाहिए थे वह सिर्फ 8000 रूपए जमा हुए हैं।

  • ये है पूरा प्रकरण

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एसडीओ पर रिश्वत लेकर कार्रवाई न करने का आरोप
मथुरा। पानीगांव में एक निर्माणाधीन रिसोर्ट में बगैर कनेक्शन बिजली प्रयोग करने के मामले में एसडीओ लक्ष्मीनगर पर रिश्वत लेकर कार्रवाई न करने का आरोप लगा है। इसके एक माह बाद ही बिजीलेंस की टीम ने जेई लक्ष्मीनगर के साथ इसी परिसर में छापा मारा तो यहां 16 किलोवाट का अवैध लोड पाया गया। इस पर जेई ने एफआईआर दर्ज कराई है। आरोपी पर  ग्यारह लाख रुपये से ज्यादा शमन शुल्क बनाया गया है।
एसडीओ सचिन द्विवेदी ने अपनी टीम के साथ 29 अक्तूबर को निर्माणाधीन परिसर विनायक रिसोर्ट पानीगांव में छापा मारकर अवैध रूप से बिजली का प्रयोग पाया। इस परिसर में बिजली का कोई कनेक्श्न नहीं था, जबकि यहां बेल्डिंग मशीन आदि चलते हुए पाई। इसके बाद भी उन्होंने संबंधित के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
इसके बाद 22 दिसंबर को बिजिलेंस की टीम ने जेई की उपस्थिति में इसी निर्माणाधीन परिसर पर छापा मारकर 16 किलोवाट का अवैध लोड पाया। इस पर संबंधित के खिलाफ बिजली थाना कृष्णानगर में मुकदमा दर्ज कराया है। संबंधित व्यक्ति पर दस लाख रुपये शमन शुल्क भी लगाया है।
इसके बाद सोशल मीडिया पर चेकिंग के समय के वीडियो वायरल हो रहे हैं। जिसमें एसडीओ स्वयं परिसर में चल रहे यंत्र देख रहे हैं। यहां से अवैध कटिया को भी हटवाते दिख रहे हैं। इसके बाद भी आरोपी पर कार्रवाई नहीं होने पर उन पर रिश्वत लेने के आरोप लगाए जा रहे हैं।

 

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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