झाँसी, उत्तर प्रदेश: झाँसी के मोंठ थाना क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक निजी बैंक के कर्मचारियों पर समूह (सेल्फ-हेल्प ग्रुप) लोन की किश्त न चुका पाने के आरोप में एक महिला को चार घंटे तक बंधक बनाने का आरोप लगा है. यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है और अब सवाल उठ रहा है कि क्या पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई करेगी या नहीं.
“लोन की किश्त चुकाओ, पत्नी ले जाओ”
जानकारी के अनुसार, मोंठ थाना क्षेत्र में निजी बैंक के कर्मचारियों ने लोन की किश्त न चुकाने पर एक महिला को कथित तौर पर बंधक बना लिया. सूत्रों के मुताबिक, बैंक कर्मचारियों ने महिला के परिजनों से कथित तौर पर यह भी कहा कि “लोन की किश्त चुकाओ, फिर पत्नी को ले जाओ.” इस तरह का अमानवीय व्यवहार और धमकी पूरे क्षेत्र में आक्रोश का कारण बन गई है.
बैंक में चार घंटे तक बंधक, पुलिस कार्रवाई पर सवाल
बताया जा रहा है कि महिला को बैंक परिसर में लगभग चार घंटे तक बैठाए रखा गया और उसे जाने नहीं दिया गया. यह घटना निजी बैंकों द्वारा लोन वसूली के लिए अपनाई जा रही अमानवीय tactics पर गंभीर सवाल खड़े करती है.
यह पूरा मामला स्थानीय पुलिस के संज्ञान में आया है. अब देखना यह होगा कि क्या मोंठ पुलिस इस गंभीर मामले में बैंक कर्मचारियों के खिलाफ बंधक बनाने और उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कर कोई ठोस कार्रवाई करती है या नहीं. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो निजी बैंक भविष्य में भी गरीबों और ज़रूरतमंदों को इसी तरह परेशान करते रहेंगे.