आगरा के दिल्ली पब्लिक स्कूल परिसर में एक बार्न उल्लू को बचाया गया। उल्लू पर एक बाज़ हमला कर रहा था। स्कूल स्टाफ ने तुरंत वाइल्डलाइफ एसओएस को सूचित किया। वाइल्डलाइफ एसओएस की रेस्क्यू टीम ने उल्लू को सुरक्षित निकाला। उल्लू को वाइल्डलाइफ एसओएस की देखरेख में रखा जा रहा है।
आगरा में दिल्ली पब्लिक स्कूल परिसर में एक बार्न उल्लू को बचाया गया है। उल्लू एक बाज़ द्वारा हमला किए जाने के बाद घायल हो गया था। स्कूल स्टाफ ने उल्लू को देखकर तुरंत वाइल्डलाइफ एसओएस को सूचित किया।
वाइल्डलाइफ एसओएस की रेस्क्यू टीम तुरंत मौके पर पहुंची और उल्लू को सुरक्षित निकाला। प्रारंभिक मूल्यांकन से पता चला कि उल्लू को बाहरी चोट नहीं है, लेकिन बाज़ के हमले से उसे काफी तनाव और घबराहट हुई है। इस वजह से वह अभी उड़ने में असमर्थ है।
वाइल्डलाइफ एसओएस की समर्पित पशु चिकित्सा टीम उल्लू के स्वास्थ्य में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उम्मीद है कि वह जल्द ही स्वस्थ होकर अपने प्राकृतिक आवास में वापस लौट सकेगा।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, संकट में फंसे वन्यजीवों को बचाने और उनके पुनर्वासन की क्षमता वाइल्डलाइफ एसओएस के मिशन का मूलमंत्र है। हम दिल्ली पब्लिक स्कूल के स्टाफ को उनकी त्वरित सोच और दयालु प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद देते हैं। वाइल्डलाइफ एसओएस जरूरतमंद वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे बचाव सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित है।
वाइल्डलाइफ एसओएस की पशु चिकित्सा सेवाओं के उप निदेशक, डॉ. एस इलियाराजा ने कहा, “उल्लू न केवल खतरे में था बल्कि डिहाइड्रैटड और कमजोर भी था। हमारी समर्पित टीम उसको फिर से स्वस्थ बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। हम इस बार्न आउल की भलाई और उसे उसके प्राकृतिक आवास में वापस छोड़ने को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
यह घटना वन्यजीवों के लिए खतरों को दर्शाती है। वन्यजीवों को बचाने के लिए हमें सभी को जागरूक होने और उनके संरक्षण के लिए प्रयास करने की जरूरत है।