आगरा: आगरा में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को लेकर पर्यावरणविदों ने ताज ट्रिपेजियम जोन (TTZ) के अध्यक्ष ऋतु महेश्वरी से मुलाकात की और ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस ज्ञापन में रिवर कनेक्ट कैंपेन के प्रमुख बृज खंडेलवाल और डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य ने प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों पर गहरी चिंता जताई। उनका कहना था कि 1994 में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद भी, आगरा में प्रदूषण की स्थिति में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि डॉ. एस. वरदराजन समिति की सिफारिशों के बावजूद प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं पाया गया है। इस संदर्भ में, पर्यावरणविदों ने टीटीजेड में वायु, जल, और ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी परियोजनाओं का सोशल ऑडिट करवाने की अपील की। उनका मानना है कि यदि उचित निगरानी और ऑडिट की प्रक्रिया लागू की जाती है तो प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सकता है।
आगरा में प्रदूषण की जड़ें
बृज खंडेलवाल और डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य ने आगरा में प्रदूषण के मुख्य कारणों की चर्चा की। उनके अनुसार, बढ़ता हुआ यातायात, सड़कों की खराब गुणवत्ता, अतिक्रमण और स्थानीय लोगों के यातायात के प्रति समझ की कमी से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। इन पर्यावरणीय समस्याओं से निपटने के लिए नीतिगत बदलाव की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
उन्होंने कहा कि आगरा में निजी वाहनों का बढ़ता हुआ उपयोग प्रदूषण को नियंत्रित करने में बड़ी बाधा है। इसके परिणामस्वरूप शहरी गतिशीलता और प्रदूषण के प्रबंधन में चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं।
सार्वजनिक परिवहन और पैदल चलने की आवश्यकता:
पर्यावरणविदों ने सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को उन्नत करने और पैदल चलने वालों और साइकिल सवारों के लिए अलग रास्ते बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने फुटपाथ पर अतिक्रमण रोकने और लोगों को साइकिलों के प्रयोग के लिए प्रोत्साहित करने की भी अपील की।
यह सुझाव दिया गया कि अगर इस दिशा में कार्य किया जाए तो प्रदूषण को कम करने के साथ-साथ शहर की गतिशीलता को बेहतर किया जा सकता है।
सोशल ऑडिट की मांग
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि 1998 में टीटीजेड के गठन के बाद, वायु, जल, और शोर प्रदूषण में कोई सुधार नहीं हुआ है, बल्कि निरंतर वृद्धि हुई है। इसलिए, ज्ञापन दाताओं ने आग्रह किया कि सभी विभागों द्वारा उठाए गए कदमों का डिटेल्ड सोशल ऑडिट किया जाए, ताकि इन प्रयासों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन किया जा सके।
टीटीजेड अध्यक्ष का प्रतिक्रिया:
ज्ञापन प्राप्त करने के बाद, ताज ट्रिपेजियम जोन ऑथोरिटी की अध्यक्ष ऋतु महेश्वरी ने पर्यावरणविदों को आश्वासन दिया कि ज्ञापन का अध्ययन करके उचित कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के स्तर में पूर्व की तुलना में काफी कमी आई है और समय-समय पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
ऋतु महेश्वरी ने यह भी कहा कि उनकी टीम हमेशा प्रदूषण की समस्या पर काम कर रही है और आगे भी सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।