एटा। गुरुवार को एटा बस स्टैंड पर उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब कौशांबी डिपो और अनुबंधित बस चालकों के बीच कहासुनी मारपीट में बदल गई। देखते ही देखते पूरा बस स्टैंड अखाड़े में तब्दील हो गया।
जानकारी के अनुसार, एटा डिपो के चालक योगेश कुमार और रत्नेश कुमार (बस संख्या UP 78 JN 8756) के साथ कौशांबी डिपो की बस (UP 78 LN 5222) के चालक छोटू और विक्रम ने मिलकर मारपीट कर दी। विवाद बढ़ने पर बस स्टैंड चौकी पर तैनात सिपाही शैलेंद्र उपाध्याय मौके पर पहुंचे, लेकिन आरोप है कि उन्होंने स्थिति को संभालने की बजाय चालकों को घसीटते हुए चौकी ले जाकर जमकर पिटाई कर दी।
इस मारपीट में चालक रत्नेश कुमार की उंगली गंभीर रूप से चोटिल हो गई। घटना से आक्रोशित एटा डिपो के चालक और परिचालक एकजुट हो गए और विरोध स्वरूप बसों का संचालन रोककर हड़ताल पर बैठ गए। बसों के पहिए थमने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
डिपो चालकों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाते हुए उनके साथ जबरन मारपीट की। वहीं पूरे मामले पर उच्चाधिकारियों की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है।
यात्रियों का कहना है कि बस स्टैंड पर कानून-व्यवस्था की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और आमजन को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है।