एटा, उत्तर प्रदेश: एटा के जैथरा थाना क्षेत्र में पुलिस की बर्बरता का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जमीनी विवाद के एक मामले में संतोष नामक युवक को पुलिस ने हिरासत में लेकर बेरहमी से पीटा, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में युवक को थाने में एक खंभे से बांधकर पटे से मारपीट करते हुए देखा जा रहा है। पीड़ित ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) से शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे जनता में भारी रोष और पुलिस कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
जमीनी विवाद में बुलाया चौकी, फिर थाने में बेरहमी से पिटाई
जैथरा थाना क्षेत्र के कठिगरा गांव निवासी पीड़ित संतोष ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि उनके और उनके सगे भाई के बीच जमीनी हिस्सेदारी को लेकर विवाद चल रहा है। इस विवाद में पुलिस चौकी प्रभारी ने उन्हें चौकी पर बुलाया था। संतोष के अनुसार, जब वह बीते दिन चौकी गए तो उन्हें पहले दिनभर चौकी में बैठाया गया और फिर देर शाम जैथरा थाने भेज दिया गया, जबकि उन्होंने चौकी इंचार्ज से कई बार आपस में फैसला कर लेने की बात कही थी। उन्हें पूरी रात जैथरा थाने में बंद रखा गया।
परिजनों के सामने पटे से पीटा, पुलिसकर्मियों के नाम बताने से डरा पीड़ित
संतोष ने बताया कि जब उनके परिजन उनकी जमानत कराने थाने आए, तो दरोगा ने आक्रोशित होकर परिजनों के सामने ही संतोष को एक खंभे से पकड़वाकर पटे से पीटना शुरू कर दिया। संतोष ने कहा कि उसे बिना किसी जुर्म के इस अमानवीय व्यवहार का शिकार बनाया गया। हालांकि, वह डर के कारण आरोपी पुलिसकर्मियों के नाम नहीं बता सका।
एसएसपी से शिकायत, CO अलीगंज ने दिए जांच के आदेश, थाना प्रभारी का फोन बंद
संतोष ने बताया कि पुलिस गिरफ्त से छूटने के बाद उन्होंने घटना की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा श्याम नारायण सिंह से प्रार्थना पत्र देकर की है। एसएसपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
घटना की जानकारी मिलते ही जिले भर में आम जन में पुलिस कार्यप्रणाली के प्रति आक्रोश फैल गया। स्थानीय नागरिकों ने जैथरा पुलिस के रवैये की कड़ी आलोचना की। सीओ अलीगंज नीतीश गर्ग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर आवश्यक कार्यवाही हेतु कहा है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हालांकि, जैथरा थाना प्रभारी शंभू नाथ सिंह से जब संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निष्पक्ष जांच और सख्त सजा की मांग
पीड़ित परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है। यह घटना न सिर्फ पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है, बल्कि कानून व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी गहरा प्रश्नचिह्न लगाती है।