जैथरा, एटा: स्टेट बैंक के निकट संचालित एक अपंजीकृत मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल को लेकर इलाके में चर्चा तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि यह अस्पताल बिना किसी सरकारी मान्यता और पंजीकरण के वर्षों से चल रहा है और मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहा है। हाल ही में अपंजीकृत अस्पतालों से जुड़ी खबरें मीडिया में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी हरकत में आए, लेकिन यह कदम केवल दिखावा साबित हो रहा है।
सूत्र बताते हैं कि अस्पताल में काम करने वाले झोलाछाप डॉक्टर न तो किसी मान्यता प्राप्त मेडिकल संस्थान से प्रशिक्षित हैं और न ही इनके पास मरीजों का इलाज करने का कानूनी अधिकार है। इन डॉक्टरों की अयोग्यता और लापरवाही के चलते कई गंभीर हादसे हो चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
स्थानीय निवासियों ने स्वास्थ्य विभाग से अपंजीकृत अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति के बावजूद, ऐसे मामलों में लापरवाही चिंता का विषय बन गया है।
जैथरा में संचालित अपंजीकृत अस्पताल और झोलाछाप डॉक्टरों की गतिविधियां जनता के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन चुकी हैं। जरूरत है कि प्रशासन तत्काल इस पर ध्यान दे। जब तक ऐसा नहीं होता, तब तक क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर प्रश्नचिह्न लगा रहेगा।