संवाददाता: प्रदीप यादव जैथरा, एटा
जैथरा थाने के पूर्वी गेट पर रखा खोका सदैव विवादित रहा है। यहां से पुलिस की गुप्त सूचनाओं को अपराधियों तक पहुंचाने सहित तमाम ऐसे क्रियाकलाप किए जाते हैं, जो पुलिस की कार्यवाही को बाधित करते हैं। अपराधी किस्म के लोगों का यहां उठना बैठना है। पुलिस और अपराधियों में सांठ गांठ करने में यह स्थान सबसे उपयुक्त माना जाता है।
नियम विरुद्ध थाने की बाउंड्री वॉल से सटा खोका आज भी अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है। पूर्व में खोका संचालक का एटा अलीगंज मार्ग से गुजरने वाले वाहनों से अवैध वसूली का वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें आरोप था कि पशुओं को ट्रक में भरकर शेल्टर हाउस ले जाया जा रहा है। उससे वसूली की गई थी। वीडियो सामने आने के बाद उसमें पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी। तत्कालीन थाना अध्यक्ष ने खोका हटाने के उस समय स्पष्ट निर्देश दिए थे। बताया जाता है कि अपराधी और माफियाओं के साथ रिश्तों के गठजोड़ के चलते पुलिस भी इस काम को अपने अंजाम तक नहीं पहुंचा सकी थी।
लोगों की माने तो अभी हाल ही में गंगाजल उठाकर चोरी जैसे जघन्य अपराध में आरोपियों के बरी करने का वीडियो भी यही बैठकर बनाया गया था। इस प्रकरण में थाना अध्यक्ष समेत एक उपनिरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया। लेकिन विवादित खोका आज भी वही संचालित हो रहा है। पुलिस ने यदि समय रहते सबक नहीं लिया तो यह चाय की दुकान किसी बड़े विवाद को जन्म दे सकती है।
थाने के पूर्वी गेट पर रखी चाय की दुकान (खोका) विवाद की जड़
प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
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