प्रदीप यादव
एटा (जैथरा), जनपद एटा के कस्बा जैथरा एवं उसके आसपास क्षेत्रों में दर्जन भर से अधिक अप्रशिक्षित डॉक्टर मरीज का इलाज कर रहे हैं। सामान्य सर्दी बुखार से लेकर गंभीर रोगों के पक्के इलाज का दावा करते हैं। उनकी इस कारगुजारी से लोगों के पैसे और स्वास्थ्य दोनों की बर्बादी हो रही है। इतना ही नहीं वायरल, डेंगू ,मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियों में मरीजों को खुलेआम डिप भी चढ़ा रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों का दावा है कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ लगातार अभियान चला कर कार्यवाही की जा रही है।
जानकारों का मानना है कि झोलाछाप चिकित्सक काफी लंबे समय से इस तरीके से इलाज करते चले आ रहे हैं । जिसकी वजह से गांव देहात से आने वाले कम पढ़े-लिखे लोग इनके चंगुल में आसानी से फस जाते हैं और मजबूरन उनके पास इलाज के लिए जाना पड़ता है। सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रशिक्षित डॉक्टरों का समय पर उपलब्ध न होना भी एक बड़ा कारण है, जिसकी वजह से ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज लेने के लिए लोगों को विवश होना पड़ता है।
कस्बा धुमरी में डॉक्टर अर्जुन सिंह काफी लंबे समय से लोगों का इलाज कर रहे हैं। इनके पास इलाज करने के लिए कोई वैध डिग्री भी नहीं है। शिकायतकर्ता ने बताया इनकी कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है बावजूद इसके अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। झोलाछाप डॉक्टर के इलाज की वजह से अभी तक कई लोगों की असमय जान जा चुकी है। ऐसे में सवाल यह है कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टर किसके संरक्षण में लोगों की अनमोल जीवन से खिलवाड़ करने का दम भर रहे हैं।