विस्फोटक सच! आग के गोले पर बैठा है ये क़स्बा, बच्चों का शोषण, गांव खतरे में, जगेगा कोई?

Saurabh Sharma
5 Min Read

अवैध पटाखे फैक्ट्री में 300 किलो पटाखा जलकर हुआ था खाक

आगरा (फतेहाबाद)। थाना क्षेत्र डौकी के अंतर्गत ग्राम पैती खेड़ा मैं अवैध पटाखे की फैक्ट्री का संचालन पिछले काफी समय से चल रहा है। ग्रामीणों के विरोध के बाद इस फैक्ट्री को प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बंद कर दिया गया था। बाहर के कुछ लोग आकर फैक्ट्री का संचालन कर रहे हैं बड़ी मात्रा में यहां बारूद के ढेर पर काम चलता है।

नियमों की धज्जियां

यह फैक्ट्री तालाब के किनारे चारों ओर त्रिपाल तानकर बड़े पैमाने पर पटाखे, धमाकेदार आतिशबाजी और जलने वाली तिलिया बना रही है। फैक्ट्री में आग बुझाने की कोई सुविधा नहीं है।

नाबालिगों का शोषण

फैक्ट्री के अंदर 100 से अधिक मजदूर कार्य करते हैं। महिला-पुरुषों के साथ नाबालिग बच्चे भी इस खतरनाक काम में लगे हुए हैं। पुलिस की सह पर स्थानीय लोगों की जान के साथ खेला जा रहा है।

प्रशासन की लापरवाही:

फैक्ट्री में 300 से 400 सो किलो बारूद में आग लगी और आग लगने के बाद बारूद घंटो तक आवाज के साथ धू-धू कर जलती रही। सभी पटाखे व बारूद जलने व फटने के बाद ही पटाखा फैक्ट्री में लगी आग पर काबू पाया गया। वही पटाखा फैक्ट्री गांव के बाहर तालाब के किनारे चारों ओर त्रिपाल तानकर बड़े पैमाने पर पटाखे, धमाकेदार आतिशबाजी व जलने वाली तिलिया बडी मात्रा में बनाई जा रही थी।

पूर्व में हो चुका है बड़ा हादसा

कुछ माह पहले इसी फैक्ट्री में भयंकर आग लग गई थी, जिसमें 300-400 किलो बारूद जलकर खाक हो गया था। आग से आसपास के लोगों में दहशत फैल गई थी और स्कूली बच्चों में अफरा-तफरी मच गई थी। 40-50 मजदूर जान बचाकर भाग गए थे।

पूर्व में कुछ माह पहले अवैध पटाखा फैक्ट्री में बीत दिन भीषण आग लग जाने से गांव के लोगों में व फैक्ट्री के पास बने लगभग दो सो मीटर दूर एस आर डी कान्वेंट स्कूल के पढ़ने वाले छात्रों में अफरा-तफरी मच गई। फैक्ट्री में आग लगने के बाद दूसरे दिन वीडियो एवं फोटो वायरल होने लगे। आग लगने के बाद फैक्ट्री में कर रहे 40 से 50 मजदूर लोग जान बचाकर भाग गए।

थाना डौकी पुलिस मौखे पर पहुंची। और घटना का जायजा लिया। वहीं जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री अजीज खान तथा पार्टनर मेरठ का बताया जा रहा है। पूर्व कुछ साल पहले भी विस्फोट हुआ था जिसमें 5 बच्चे जल गए थे एक की मृत्यु हो गई थी। अभी कुछ दिन पूर्व ग्राम पैती खेड़ा में एक और नई फैक्ट्री का संचालन हुआ है। एक के बाद एक इसी काम की जुगत में तालाब के पास नई फैक्ट्री का संचालन किया गया।

ग्रामीणों ने की ये मांग

पैतीखेड़ा के स्थानीय लोगों के द्वारा कई बार इसका विरोध भी किया है। इस अवैध फैक्ट्री को तुरंत बंद किया जाए। फैक्ट्री मालिकों और लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। मजदूरों, विशेष रूप से नाबालिगों, को सुरक्षा प्रदान की जाए। यह घटना प्रशासन की लापरवाही और भ्रष्टाचार को उजागर करती है।लेकिन इस पर कोई अमल नहीं किया। आखिर छोटे लाइसेंस की आड़ में इतना बड़ा कारखाना कैसे चल रहा है। जिसमें महिला पुरुषों के साथ नाबालिक बच्चे भी काम करते है। पटाखा फैक्ट्री में आग बुझाने की कोई भी सुविधा काम ना आई। बड़ी घटना होने से बच गई।

आखिर फैक्ट्री के लाइसेंस धारक मानक सुविधा एवं बचाव तथा उपाय को लेकर कब तक जांच एवं कार्यवाही हो पाएगी। वहीँ पूरा पैतीखेड़ा गांव बारूदी के मुंह पर बैठा है। किसी दुनिया बारूद की अवैध फैक्ट्री पूरे गांव को उड़ा सकती है। पुलिस का इस पर कोई ध्यान नहीं है सूत्रों की जानकारी के अनुसार यह कार्य पुलिस की सह पर चल रहा है।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *