जैथरा (एटा) – प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीणों को आवास दिलाने का झांसा देकर शातिर ठग सक्रिय हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, विकासखंड जैथरा के विभिन्न गांवों में कुछ अज्ञात लोग खुद को सरकारी सर्वेयर बताकर घूम रहे हैं और लोगों से 500 से 700 रुपये की ठगी कर रहे हैं।
कैसे देते हैं ठगी को अंजाम?
इन जालसाजों का तरीका बेहद शातिराना है। वे ग्रामीणों के पास जाकर खुद को सरकारी कर्मचारी या सर्वेयर बताते हैं और आवेदन करने के लिए कागजात लेते हैं,फिर दस्तावेजों में कमी बताते हैं। और दावा करते हैं कि अगर वे कुछ पैसे दे दें, तो उनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में जुड़ जाएगा और उन्हें जल्द ही आवास मिल जाएगा।
ग्रामीणों में जागरूकता की कमी
गांवों में रहने वाले कई लोगों को सरकारी योजनाओं की सही जानकारी नहीं होती, जिससे ऐसे ठग आसानी से उन्हें अपना शिकार बना लेते हैं। जबकि पात्र व्यक्ति स्वयं अपना रजिस्ट्रेशन कर सकता है। इसके लिए सरकार ने बकायदा व्यवस्था की हुई है।जानकारी के अभाव में लोग शातिर लोगों के चुंगल में फंस रहे हैं। कई ग्रामीण अनुदान पाने की उम्मीद में बिना किसी संदेह के पैसे दे कर ठगी का शिकार हो रहे हैं।
ग्रामीण क्या करें?
अगर कोई अज्ञात व्यक्ति आवास योजना के नाम पर पैसे मांगे, तो तुरंत उसकी सूचना प्रशासन को दें।
प्रधानमंत्री आवास योजना में किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता, इसलिए ठगों के झांसे में न आएं।
संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी खण्ड विकास अधिकारी या नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें।
किसी प्रकार के लालच में न आएं, आवास के नाम पर आपके साथ धोखाधड़ी की जा सकती हैं।