आगरा, उत्तर प्रदेश: किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने टीएसी (टेक्निकल ऑडिट कमेटी) जांच रिपोर्ट का खुलासा न होने पर आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है। चाहर का आरोप है कि जिलाधिकारी अरविंद कुमार बंगारी के आदेश के बावजूद, तीन सदस्यीय टीम ने पिछले आठ महीनों से 21 गोदामों के निर्माण और फंडिंग से जुड़ी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की है।
₹4.12 करोड़ के घोटाले का आरोप
श्याम सिंह चाहर ने बताया कि 21 गोदामों के निर्माण के लिए सरकार ने ₹4.12 करोड़ की राशि स्वीकृत की थी। हालांकि, उनका दावा है कि ये गोदाम जमीन पर बने ही नहीं, और फंड का पूरा पैसा गबन कर लिया गया है। इस मामले को लेकर चाहर ने पहले भी अनशन किया था, जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए और थाना नाई की मंडी में अपराध संख्या 04/2025 के तहत एफआईआर भी दर्ज की गई थी।
अधिकारियों पर मिलीभगत का संदेह
चाहर ने सवाल उठाया कि जब गोदाम बने ही नहीं, तो जांच अधिकारी किसकी जांच कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जांच टीम के अधिकारी इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे उनकी कार्यप्रणाली पर संदेह पैदा होता है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो वह एक बार फिर आमरण अनशन शुरू करेंगे।
