आगरा। सरसों की बुवाई के मौसम में डीएपी खाद की किल्लत से किसान बेहाल हैं। समिति केंद्रों पर सुबह से लाइन में लगने के बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल पा रही, जबकि कुछ चहेते लोगों को मनमर्जी से डीएपी दिए जाने के आरोप लग रहे हैं।
फतेहपुर सीकरी के जेबी पैक्स सचिव पर खाद वितरण में अनियमितता के मामले में जिला अपर सहकारी अधिकारी के आदेश पर मुकदमा दर्ज हो चुका है, लेकिन कई केंद्रों पर सचिव अब भी धृतराष्ट्र की भूमिका निभा रहे हैं।अछनेरा स्थित इफको बाजार मंडी समिति पर किसानों ने आरोप लगाया कि सचिव अपने परिचितों और रिश्तेदारों को इशारों में ही खाद उपलब्ध करा रहे हैं, जबकि आम किसानों को टोकन तक नहीं दिए जा रहे।गांव कचौरा निवासी किसान पुष्पेंद्र ने बताया, “मैं तीन दिन से समिति पर जा रहा हूं, लेकिन न टोकन मिल रहा है और न ही खाद। हमारी आंखों के सामने ही कुछ चहेते लोगों को तुरंत खाद दे दी जाती है।किसान प्रेम और गुलाब सिंह ने कहा कि समिति सचिव के इर्द-गिर्द कुछ लोग घूमते रहते हैं और उन्हीं को लाभ दिलाया जा रहा है। वहीं पप्पू और उम्मेद सिंह ने बताया कि वे चार दिन से सरसों की बुवाई के लिए तीन कट्टे डीएपी लेने केंद्र पर चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हर बार निराश लौटना पड़ रहा है।किसानों का कहना है कि यदि यही हाल रहा तो बुवाई पर असर पड़ेगा और उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। किसानों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है।किसानों का आरोप है कि सेटिंग के खेल की भूमिका यहीं तक नहीं है बल्कि,कुछ कथित व्यक्ति उर्वरक को मूल्य से अधिक बेच रहे हैं।