झाँसी, उत्तर प्रदेश, सुल्तान आब्दी: जनपद झाँसी के ग्राम किशोरपुरा में आज उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के बैनर तले किसानों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर एक किसान पंचायत का आयोजन किया गया। इस पंचायत में मुख्य रूप से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण किसानों द्वारा अपने खेतों में खरीफ की फसल की बुवाई न कर पाने का मुद्दा छाया रहा। किसान इस समय हताश और निराश हैं, और बुवाई न कर पाने के दंश से जूझ रहे हैं।
फसल बुवाई का समय निकला, अब जीविका का संकट
किसानों ने पंचायत में चिंतन-मंथन करते हुए बताया कि उनके गाँव किशोरपुरा की आबादी लगभग 2000 है। इसमें से लगभग 10% किसानों ने तिली, उड़द, मूंग और मूंगफली की फसल बोई थी, जो बारिश में सड़ गई। बाकी किसान बारिश रुकने का इंतजार करते रहे, लेकिन अब बुवाई का उचित समय (20 जून से 10 जुलाई) निकल चुका है। किसानों ने एक सुर में कहा कि उनका जीवन यापन करने का एकमात्र जरिया खेती-किसानी ही है, जो इस बारिश की भेंट चढ़ गया।
किसान अब आने वाले दिनों में अपने परिवार के भरण-पोषण, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, दवाई-इलाज और अगली बुवाई के इंतजाम को लेकर गहरे संकट में दिख रहे हैं। इसी उधेड़बुन में आज सैकड़ों किसानों ने अपनी-अपनी बात पंचायत में रखी।
प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा बुंदेलखंड: किसान कांग्रेस की अपील
यूपी किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार ने किसानों की व्यथा को सामने रखते हुए कहा कि बुंदेलखंड में प्राकृतिक आपदाओं के चलते हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी किसान परेशान हैं। उन्होंने बताया कि कभी ओलावृष्टि, कभी अतिवृष्टि, तो कभी सूखे के कारण यहाँ का किसान फसलों की अच्छी उपज कर पाने में नाकाम रहा है, जिससे वह लगातार कर्जदार होता जा रहा है।
परिहार ने कहा कि इस वर्ष लगातार कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर जनपद झाँसी के किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। किसान खरीफ की फसल की बुवाई न कर पाने से परेशान हैं और घोर निराशा में डूबे हुए हैं। शिव नारायण सिंह परिहार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से किसानों को तत्काल मदद दिलाने की अपील की है।
किसान पंचायत में प्रमुख रूप से किसान नेता अजय पाठक, सुरेंद्र कुमार तिवारी, भान प्रताप नायक, महाराज सिंह यादव, राजेंद्र प्रसाद नायक, वीरेंद्र पाठक, रमेश अहिरवार, मुन्ना नीरज पाठक, राजकुमार अड़ज़रिया, रामकिशोर बाबा, दीपचंद अहिरवार, राहुल यादव, ईश्वर दास यादव, बबलू यादव, दयाराम अहिरवार, विक्रम अहिरवार, कौशल अहिरवार, नीरज पाठक, रवि नायक, खच्चू कुशवाहा, देवेंद्र पाठक, अरविंद कुशवाहा, कमलापति कुशवाहा, वीरेंद्र सेन, रामकुमार यादव, रामकिशोर कुशवाहा, वीरेंद्र सेन, रामाधार निषाद, शेखर राज बड़ोनिया, प्यारेलाल बेधड़क सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।