आगरा: फतेहपुर सीकरी थाना पुलिस एक बार फिर गंभीर आरोपों के घेरे में है। इस बार एक नाबालिग बलात्कार पीड़िता ने पुलिस पर मामले को दबाने और आरोपियों को बचाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने पुलिस आयुक्त को शिकायत पत्र देकर और सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर न्याय की गुहार लगाई है।
घटना का विवरण
पीड़िता के अनुसार, घटना 1 मार्च 2025 की है। 15 वर्षीय पीड़िता अपनी नानी के घर पर अकेली थी, तभी पड़ोस में पंचर की दुकान चलाने वाला आमिर उसे बहला-फुसलाकर भगवान पेट्रोल पंप के पास ले गया और बलात्कार किया। इसके बाद उसके तीन साथी सद्दाम, समीर और फरमान भी वहां आए और उन्होंने भी पीड़िता के साथ बलात्कार किया। फरमान ने घटना का वीडियो भी बनाया।
जब पीड़िता की नानी को वीडियो के बारे में पता चला, तो उन्होंने आमिर से पूछताछ की। इस पर आमिर ने उन्हें शिकायत करने पर जान से मारने और वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
पुलिस पर आरोप
पीड़िता की नानी का आरोप है कि जब वे पुलिस के पास शिकायत करने गए, तो पुलिस ने उन्हें बार-बार तहरीरें बदलने और मनचाही बातें लिखने के लिए कहा। पुलिस ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे कठोर कार्रवाई करेंगे, लेकिन बाद में बलात्कार की घटना को छेड़छाड़ में बदल दिया।
पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने उसे मजिस्ट्रेट के सामने बयान देने के लिए ले जाते समय भी धमकाया और डराया। पीड़िता ने डर के कारण पुलिस द्वारा बताए गए बयान ही दिए। इसके बाद पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल जांच न कराने के लिए भी धमकाया और एक कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाए, ताकि यह दिखाया जा सके कि मेडिकल न कराना पीड़िता की मर्जी थी।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर सिर्फ आमिर को गिरफ्तार किया और बाकी तीन आरोपियों को छोड़ दिया। पीड़िता की नानी का आरोप है कि पुलिस अभी भी उन्हें धमका रही है और आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है।
न्याय की गुहार
पीड़िता और उसकी नानी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले में हस्तक्षेप करने और न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। उन्होंने दोषियों और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस का पक्ष
पुलिस अपने द्वारा की गई कार्रवाई को निष्पक्ष बता रही है और पीड़िता के आरोपों को गलत बता रही है।
हिंदू संगठनों का समर्थन
जनसंख्या समाधान फाउंडेशन ने पीड़िता का समर्थन किया है और पुलिस आयुक्त से मिलकर न्याय की मांग करने की बात कही है।