मथुरा। आर्थिक संकट से जूझ रहे अलीगढ़ के एक व्यापारी ने कर्जदारों से बचने के लिए एक हैरान कर देने वाली साजिश रची। उसने मथुरा में अपने ही बेटे के अपहरण का नाटक किया और पुलिस को 15 लाख रुपये की फिरौती की झूठी कहानी सुनाई। लेकिन उसकी यह चालबाजी ज्यादा दिन नहीं चल सकी और मथुरा पुलिस ने इस पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने न केवल ‘अपहृत’ बेटे को जयपुर से बरामद किया, बल्कि साजिशकर्ता पिता को भी गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, अलीगढ़ के गुड़ व्यापारी नवाब सिंह पर काफी कर्ज चढ़ गया था। कर्ज चुकाने के लिए लगातार दबाव बन रहा था, जिससे वह बुरी तरह परेशान हो गया था। इसी परेशानी में उसने अपने बेटे के साथ मिलकर अपहरण का यह झूठा प्लान बनाया। उसने मथुरा में बेटे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई और 15 लाख रुपये की फिरौती की मांग की बात कही।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी। कोतवाली से लेकर यमुनापार इलाके तक के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और सोनू (अपहृत बेटा) के मोबाइल की कॉल डिटेल और लोकेशन ट्रेस की गई। पुलिस की टीमें अलग-अलग दिशाओं में जांच कर रही थीं। जांच के दौरान पुलिस को कुछ ऐसे सुराग मिले, जिससे व्यापारी नवाब सिंह पर शक गहराता गया।
अंततः पुलिस ने सोनू को जयपुर रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया। पूछताछ में दोनों ने सच कबूल कर लिया। नवाब सिंह ने बताया कि कर्जदारों से तंग आकर उसने यह नाटक रचा था।
मथुरा के एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि व्यापारी के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस की कई टीमें सक्रिय हो गईं थीं। जांच के दौरान पता चला कि नवाब सिंह पर पांच लाख रुपये का कर्ज था। पुलिस ने पिता और पुत्र दोनों के खिलाफ झूठी सूचना देने और सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरे मामले में कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस को सच्चाई तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।