स्वामित्व विवाद हाईकोर्ट में, एक पक्ष ने प्रतिष्ठित अखबार में जारी कर चुका है इश्तिहार — गलत नाम दर्ज होने के लगाए आरोप
जैथरा,एटा। एटा-अलीगंज मार्ग पर नायरा पेट्रोल पंप के सामने की गई प्लाटिंग अब बड़े विवाद में फंसती नजर आ रही है। लोगों ने जिस भूमि पर अपनी गाढ़ी कमाई लगाकर प्लाट खरीदे, उसी जमीन के स्वामित्व का विवाद निवेशकों की मुश्किलें बड़ा रहा है। हाईकोर्ट में मामला लंबित होने से खरीदारों की चिंता बढ़ गई है।
मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि भूमि के एक पक्ष ने पूर्व में ही एक प्रतिष्ठित अखबार में इश्तिहार जारी कर स्पष्ट किया था कि कुछ लोगों ने गलत तरीके से अपने नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज करा लिए हैं। इश्तिहार में यह भी कहा गया कि दर्ज नामों को निरस्त कर वास्तविक पक्षकारों के नाम दर्ज कराने की प्रक्रिया प्रचलन में है।
कानूनी जानकारों का कहना है कि जब तक स्वामित्व का विवाद समाप्त नहीं हो जाता, तब तक इस भूमि पर हुआ कोई भी क्रय-विक्रय कानूनन सुरक्षित नहीं माना जा सकता। ऐसे में खरीदारों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है।
विवाद के बावजूद इस जमीन पर धड़ाधड़ रजिस्ट्री कराई गईं। जब मामला उजागर हुआ है, तो कई खरीदार अपने दस्तावेज लेकर तहसील और वकीलों के पास जानकारी जुटाने पहुंच रहे हैं।
जानकारों के मुताबिक, यदि अदालत का फैसला वास्तविक स्वामित्व वाले पक्ष के पक्ष में आता है, तो इस दौरान बेचे गए सभी प्लॉटों की रजिस्ट्री रद्द हो सकती है। इससे खरीदारों को कोर्ट के चक्कर लगाने के साथ ही आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ सकता है।
नायरा पेट्रोल पंप के सामने की यह प्लाटिंग पिछले कुछ महीनों में सबसे तेजी से विकसित हो रही कॉलोनी मानी जा रही थी। कानूनी जानकारों का कहना है कि जब तक स्वामित्व का विवाद पूरी तरह सुलझ नहीं जाता, तब तक इस जमीन पर हुआ कोई भी क्रय-विक्रय कानून की दृष्टि से सुरक्षित नहीं माना जा सकता।अब जब विवाद ने जोर पकड़ा है, तो कई निवेशकों को उम्मीदों पर पानी फिरने का डर पैदा हो गया है। जमीन खरीदने वाले लोग अब खाली प्लॉट पर निर्माण कराने से भी डर रहे हैं।