थाना अछनेरा पुलिस के उत्पीड़न से तंग आकर परिवार ने मांगी इच्छामृत्यु

Jagannath Prasad
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पुलिस आयुक्त को मदद की गुहार लगाकर वापस लौटती पीड़ित महिलाएं

अग्र भारत संवाददाता

कथित भाजपा नेता की शह पर अछनेरा पुलिस पर तड़के अंधेरे में महिलाओं से अभद्रता और मारपीट का गंभीर आरोप

पीड़ित परिवार ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर लगाई मदद की गुहार

आगरा(किरावली)। कमिश्नरेट आगरा में लगातार बेलगाम हो रही पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है। आम जनता की रक्षक की जगह भक्षक बनने पर तुली पुलिस द्वारा सही और गलत का फर्क नहीं करके दबंगों और सत्ताधारी दल के लोगों के इशारे पर निर्दोषों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
ताजा प्रकरण थाना अछनेरा क्षेत्र अंतर्गत कस्बा अछनेरा का है। कस्बा निवासी बॉबी पत्नी वेदपाल सिंह द्वारा आज दोपहर को पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर जो आपबीती सुनाई गई, उसको सुनकर हर कोई अवाक रह गया। जिस पुलिस पर जनता की रक्षा का दारोमदार रहता है, उसी पुलिस द्वारा अपने कथित फायदे के लिए सत्ताधारी दबंगों के इशारे पर जो खेल खेला गया, उसकी कल्पना करना भी मुश्किल है।
बॉबी के मुताबिक सुबह तड़के सभी परिवारजन मिलकर अपने नवीन खरीदे गए मकान की साफ सफाई कर रहे थे। इसी दौरान सुबह लगभग 4:30 बजे अछनेरा पुलिस की गाड़ियां भरकर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। महिलाओं और पुरुषों के साथ जमकर अभद्रता और मारपीट शुरू कर दी। परिवार के लोगों को कुछ भी समझने का मौका नहीं मिला। पुलिस की बर्बरता इतनी चरम पर थी, महिलाओं को जमीन पर गिराकर पीटा गया। पुलिस द्वारा परिवार के सभी सदस्यों को एक कथित भाजपा नेता के इशारे पर जबरन मकान से निकालकर उस पर अवैध कब्जे का प्रयास किया जाने लगा। जिसका विरोध करने पर पुलिस उग्र हो उठी। बॉबी के अनुसार, पुलिस द्वारा किए जा रहे कारनामे के दौरान ही जिम्मेदार पुलिस अधिकारी द्वारा मकान में ही स्थापित दुकान का शटर गिरा दिया गया, पुत्रवधू का हाथ कटने से बाल बाल बचा। परिवार के लोगों द्वारा बुरी तरह से चीखने चिल्लाने पर पुलिस मौके से धमकी देकर निकल गई। जाने के दौरान ही थाना पुलिस बॉबी के पति और ससुर को पकड़ कर थाने ले गई।

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क्षेत्रीय पुलिस पर लूटपाट का भी लगा आरोप

बॉबी ने अपने प्रार्थनापत्र में पुलिस पर लूटपाट का भी आरोप लगाया है। उसके मुताबिक पुलिसकर्मियों द्वारा उसके परिवार के साथ मारपीट की जा रही थी, उसी दौरान उसकी पुत्रवधु के हाथ में से अंगूठी को चुपचाप खींच लिया गया। पुत्रवधु को उस दौरान अहसास नहीं हो पाया, पुलिस द्वारा मौके से जाने के बाद अपनी अंगूठी गायब होने की जानकारी हुई तो पैरों तले जमीन खिसक गई।

इच्छामृत्यु होने पर थाना पुलिस को ठहराया जिम्मेदार

पीड़ित परिवार जब पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचा तो सभी की आंखों से जमकर आंसू निकल रहे थे। उनका कहना था कि उन्हें नहीं मालूम था कि इस मकान को खरीदना उन्हें बेहद महंगा पड़ेगा। कथित भाजपा नेता ने पुलिस के साथ मिलकर उनके साथ जो सलूक करवाया है, थाना पुलिस ने उसका पूरा साथ दिया है। वर्तमान परिस्थितियों में उन्हें जीने का कोई हक नहीं है। उनकी मौत होने की जिम्मेदार पूरी तरह से अछनेरा पुलिस होगी।

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इनका कहना है

,,प्रकरण संज्ञान में लिया जा रहा है। प्रत्येक पहलू की गंभीरतापूर्वक जांच करके उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जाएगी। उनके निर्देशानुसार आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी

शेष मणि उपाध्याय-एसीपी अछनेरा

,,जिस भाजपा नेता का प्रकरण में नाम सामने आ रहा है, वर्तमान में उसका पार्टी में कोई स्थान नहीं है। भाजपा सरकार में ऐसे कृत्य बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। जिन्होंने गलत कार्य किया है, उन्हें सख्त सजा मिलेगी। इस मामले में पुलिस कमिश्नर को प्रकरण से अवगत कराकर कार्रवाई की मांग की जायेगी।
गिर्राज सिंह कुशवाह- जिलाध्यक्ष भाजपा

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