मारपीट और गाली-गलौज कर जबरन छीना लोडिंग टेम्पो
पीड़ित ने थाना ताजगंज में तहरीर देकर लगाई कार्रवाई की गुहार
आगरा। जनपद में कमिश्नरेट लागू होने के बावजूद अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बिना किसी नोटिस के फाइनेंस कर्मियों द्वारा जबरन वाहन छीने जा रहे हैं। स्थानीय पुलिस की कथित मिलीभगत से इनके हौसले बुलंद हैं।
बताया जाता है कि बीते 25 फरवरी को थाना ताजगंज की तोरा पुलिस चौकी के नीचे हुई घटना ने कानून-व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी। करन पुत्र बनवारीलाल अपने लोडिंग टेम्पो में भाड़े पर बेर और अमरूद भरकर बसई सब्जी मंडी आया था। सुबह लगभग 9 बजे एक फाइनेंस कर्मी के आधा दर्जन गुर्गों ने करन के साथ मारपीट शुरू कर दी और उसके टेम्पो को जबरन छीनकर ले गए। गुर्गों ने करन को धमकी देते हुए कहा कि ₹20 हजार का इंतजाम करके उनके ऑफिस पर आए।टेम्पो छीने जाने के बाद करन ने ₹16 हजार देकर बमुश्किल अपने टेम्पो को छुड़ाया। इस घटना के बाद करन और उसके परिवारजनों में दहशत फैल गई। कई दिनों तक परिवार सहमा रहा।घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों ने करन को हिम्मत बंधाई। इसके बाद आज पीड़ित करन ने थाना ताजगंज में फाइनेंस कर्मियों के गुर्गे अनिल यादव व सुनील यादव समेत अन्य के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। तहरीर में करन ने उल्लेख किया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में ऐसे तत्वों के हौसले बढ़ गए हैं और वे खुलेआम गुंडाराज एवं अराजकता फैला रहे हैं। यदि इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो अन्य लोग भी इनसे पीड़ित होंगे।
थाना ताजगंज पुलिस करती दिखी बचाव
इस मामले में जब थाना ताजगंज प्रभारी से उनके सीयूजी नंबर पर बात की गई, तो उनका रवैया हैरान करने वाला था। उन्होंने पीड़ित की वेदना पर ध्यान देना जरूरी नहीं समझा और फाइनेंस कंपनी का बचाव करते नजर आए। उन्होंने कहा कि फाइनेंस कंपनी के टेम्पो चालक पर पैसे बकाया होंगे, तभी उसका टेम्पो पकड़ा गया होगा।