एटा: एटा जिले के जलेसर में शनिवार को गृहमंत्री अमित शाह का पुतला जलाने और नारेबाजी करने वाले कांग्रेस नेताओं के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज की है। यह घटना क्षेत्र में राजनीतिक हलचल का कारण बन गई है, और पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
कांग्रेस नेताओं का विरोध प्रदर्शन
शनिवार को जलेसर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए गृहमंत्री अमित शाह का पुतला जलाया और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस नेताओं ने यह प्रदर्शन केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ किया। पुतला जलाने और नारेबाजी की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया और पुलिस कार्रवाई शुरू की।
एफआईआर दर्ज होने पर बढ़ा राजनीतिक तनाव
जलेसर पुलिस ने इस मामले में सात नामजद और तीन अज्ञात कांग्रेस नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज की है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है। FIR में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कानून का उल्लंघन किया और सार्वजनिक शांति को भंग करने की कोशिश की।
कांग्रेस का विरोध जारी रखने का संकल्प
कांग्रेस नेताओं ने FIR दर्ज होने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि यह एक लोकतांत्रिक अधिकार के तहत किया गया प्रदर्शन था और यह सरकार की तानाशाही का प्रतीक है। कांग्रेस नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि वे अपनी जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे और किसी भी सूरत में अपनी आवाज़ को दबने नहीं देंगे।
राजनीतिक माहौल गरमाया
इस घटना के बाद जलेसर और आसपास के क्षेत्रों में राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने इसे राजनीतिक दमन और असहमति की आवाज़ दबाने की कोशिश बताया है, वहीं पुलिस प्रशासन इसे कानून की स्थिति और सार्वजनिक शांति बनाए रखने की आवश्यकता के रूप में देख रहा है।
पुलिस की ओर से सख्त कदम
पुलिस का कहना है कि मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और अगर भविष्य में इस तरह की घटनाएं होती हैं, तो वह कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस प्रशासन का कहना है कि यह घटना सार्वजनिक शांति को भंग करने की कोशिश थी और इस पर कड़ी नजर रखी जाएगी।