आगरा। पूर्व सैनिकों के सम्मान और अधिकारों की रक्षा को लेकर आज से पूर्व सैनिक संघर्ष समिति द्वारा कलेक्ट्रेट पर धरना शुरू कर दिया गया है। इस धरने का आज पहला दिन था, जिसमें सैकड़ों पूर्व सैनिकों ने कलेक्ट्री पर एकत्र होकर तिरंगा हाथ में लेकर “भारत माता की जय” के नारे लगाए।
धरने का मुख्य उद्देश्य पूर्व सैनिकों की 5 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशासन से समाधान प्राप्त करना था। इन मांगों में प्रमुख हैं – स्वर्गीय पूर्व सैनिक कुंजबिहारी की जमीन को दबंगों से मुक्त कराना, 60 साल से ऊपर के पूर्व सैनिकों को सरकारी दफ्तरों में वरीयता, पूर्व सैनिकों के हथियारों का नवीनीकरण, छुट्टी के दौरान सैनिकों की मौत पर उनकी समाधि बनवाना और रिटायरमेंट के बाद पूर्व सैनिकों का स्थानांतरण 30 किमी के भीतर करना।
जिलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर इस मामले का संज्ञान लिया और 5 सूत्रीय मांगों के समाधान के लिए एक समिति गठित की। यह समिति ADM अजय कुमार के नेतृत्व में SDM सचिन राजपूत, तहसीलदार अविचल प्रताप सहित 6 अधिकारियों की टीम थी। लगभग दो घंटे तक प्रशासन और सैनिक संगठन के पदाधिकारियों के बीच सार्थक चर्चा हुई, लेकिन सैनिक संगठन ने प्रशासन से आश्वासन के बजाय लिखित समाधान की मांग की।
संगठन के मंत्री भोज कुमार फौजी ने बताया कि कल 10 बजे शहीद स्मारक संजय प्लेस पर धरना जारी रहेगा और जब तक उचित समाधान नहीं मिलता, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर समय पर समाधान नहीं हुआ, तो यह धरना आमरण अनशन में बदल सकता है।
धरने में महेश चाहर, तेजवीर सिंह, हाकिम सिंह, शिव कुमार, वीरपाल चाहर, वीरेंद्र, सुदामा, बच्चू छौंकर, एडवोकेट तुलसीराम, राजवीर, उग्रसेन, सतीश माहौर, लोकेश ठाकुर, अरुण सिकरवार, लाल सिंह चाहर, सुरेश बाबू जी, समर मलिक, लखेंद्र चौधरी, मोहन सोलंकी, मुकेश शर्मा, मुनेश कुमार, सुखवीर सिंह, दिनेश शुक्ला, मानसिंह सहित कई पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।