एटा। लोकसभा चुनाव के दौरान एटा लोकसभा क्षेत्र में आज एक इतिहास बन गया। पिछले 15 साल से कब्जा जमाई बैठे पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के परिवार का वर्चस्व आज एटा से खत्म हो गया। जब एक कड़े मुकाबले में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार देवेश शाक्य ने कल्याण सिंह के पुत्र और दो बार के सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया को करीब 28000 वोट से हराया। हालांकि समाचार लिखे जाने तक कुछ मशीनों के खराब होने के कारण बीवी पेट की गिनती चल रही थी। एटा लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह एक बार और उनके बेटे राजवीर सिंह राजू दो बार चुनाव जीत चुके थे।
एटा लोकसभा सीट पर हुए कड़े मुकाबले में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार देवेश शाक्य ने भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सांसद राजवीर सिंह राजू को हरा दिया। एटा लोकसभा सीट के अंतर्गत जनपद एटा की दो सीटें एटा सदर और महारहरा आती है। जबकि कासगंज जनपद की कासगंज सदर पटियाली और अमापुर शामिल है।
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को राजवीर सिंह उर्फ राजू ने पटियाली छोड़कर सभी सीटों पर कड़ा मुकाबला दिया। हालाकि पटियाली विधानसभा सीट यादव मुस्लिम और शाक्य बाहुल्य होने के कारण यहां हमेशा समाजवादी पार्टी भरी रहती है। लेकिन इस बार एटा पटियाली और कभी-कभी कासगंज और अमापुर में भी सपा उम्मीदवार थोड़े बहुत अंतर से आगे चलते रहे।
आखिरी चरण में जब सपा उम्मीदवार की बढ़त थोड़ी घटने लगी तो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में थोड़ी खुशी की लहर दौड़ी। बाद में मामला फिर उल्टा हो गया और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ने एक सम्मानजनक बढ़त हासिल कर ली। हालाकि अंतिम चरण में कुछ मशीन खराब होने के कारण बीवी पेट गिनने के चलते परिणाम घोषित होने में समय लगने लगा लेकिन तब तक समाजवादी पार्टी के देवेश शाक्य निर्णायक करीब 28000 की बढ़त ले चुके थे।
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